आध्यात्मिक डेस्क, न्यूज राइटर, 07 मार्च, 2023
होली का त्योहार देशभर में 8 मार्च को मनाया जाएगा। लेकिन देश के कई हिस्से में होली की शुरुआत कई दिनों पहले ही शुरू हो चुकी है। मथुरा, वृंदावन और बरसाना की होली विदेशों में भी फेमस है। हर साल यहां हजारों की संख्या में लोग आते हैं। मथुरा, वृंदावन और बरसाना में कई तरह से होली खेली जाती है।
बता दें कि कहीं फूल की होली, कहीं रंग-गुलाल की, कहीं लड्डू की तो कहीं लट्ठमार होली खेली जाती है। यहां दूर-दूर से लोग होली खेलने के लिए आते हैं। मथुरा में जहां कन्हैया ने गोपियों के अंग-अंग को श्याम रंग से मदहोश कर दिया हो, उसी ब्रज में उनके जन्मस्थान पर से सराबोर ब्रजवासियों ने धूम मचा दी।
वहीं ढोल ओर नगाड़ों की थाप पर देश-विदेश से आए श्रद्धालु इस कदर नाचे जैसे वह अपने कन्हैया के साथ ही थिरक रहे हों। चारों और अबीर-गुलाल और केसर मिश्रित रंगों की बारिश होती रही। जैसे ही मंदिर प्रशासन ने अंदर जाने की अनुमति दी श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। तस्वीरों में साफ देख सकते है कि कृष्ण भक्तों में कितना ज्यादा उत्साह देखा जा रहा है।
दरअसल, मथुरा की होली दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहां 9 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव के दौरान लोग यहां फूलों और रंगों से खेलने का भरपूर आनंद लेते हैं। वहां खूब सूखे रंग, पानी के गुब्बारों और वाटर गन के साथ होली मनाई जाती है। आपको मथुरा में ‘बांके बिहारी मंदिर’ के आसपास भव्य समारोह का हिस्सा बनकर खुशी होगी।
वहीं बरसाना शहर भी होली में विशेष उत्साह का केंद्र होता है। यह ऐसी जगह है जिसे आप होली के भव्य उत्सव का गवाह बनने के लिए अपने फेवरेट की सूची में जोड़ सकते हैं। बरसाना शहर ‘लठ मार होली’ मनाता है। यहां महिलाओं को पुरुषों को डंडों से पीटने की परंपरा है, जबकि पुरुष खुद को ढाल से बचाते हैं। यह देखना काफी दिलचस्प हो सकता है।