शनि नवग्रहों में न्याय और कर्मफल के दाता माने जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि शनि लोगों को उनके कर्म के अनुसार ही फल और दंड देते हैं. शनि अभी मीन राशि में गोचर कर रहे हैं. इस माह में 28 नवंबर को शनि मीन राशि में ही मार्गी हो जाएंगे. शनि की इस दिशा परिवर्तन से एक विपरीत राजयोग बनेगा.
कुंडली में छठे, आठवें और बारहवें भाव के स्वामी ग्रह के आपस में संबंध स्थापित करने से विपरीत राजयोग बनता है. शनि के विपरीत राजयोग बनाने से कुछ राशियों जीवन में बड़ा परिवर्तन और अवसर आ सकता है. आइए जानते हैं इन राशियों के बारे में.
वृषभ राशि
शनि के मार्गी होने और विपरीत राजयोग बनाने से वृषभ राशि के जातकों को बहुत शुभ परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. इस दौरान वृषभ राशि वाले के रुके और अटके हुए कामों में तेजी देखने को मिल सकती है. अब तक जो कोशिशें कर रहे थे, उसमें सफलता मिल सकती है. करियर में स्थिरता प्राप्त हो सकती है. निवेश से लाभ हो सकता है.
सिंह राशि
शनि का मार्गी होना और विपरीत राजयोग बनाना सिंह राशि के जातकों के लिए बहुत लाभदायक साबित हो सकता है. इस दौरान सिंह राशि वालों के रास्ते की रुकावटें खत्म हो सकती हैं. कारोबार या नई पार्टनरशिप के लिए समय अच्छा रहने वाला है. भाग्य का साथ मिल सकता है. योजनाएं सफल हो सकती हैं.
मीन राशि
शनि मीन राशि में ही विराजमान हैं. इसी राशि में मार्गी होंगे. ऐसे में शनि का मार्गी होने और विपरीत राजयोग बनाने का गहरा प्रभाव मीन राशि वालों के जीवन पर पड़ सकता है. जीवन में भ्रम और असमंजस की स्थिति खत्म हो सकती है. मानसिक शांति मल सकती है. समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ सकती है. ये समय अध्यात्मिक और भौतिक प्रगति के लिए अच्छा है.


