गाजा
गाजा में हमास की कमर तोड़ चुकी इजरायली सेना ने अब हिजबुल्लाह के खिलाफ पूर्ण युद्ध की तैयारी कर ली है। इजरायल ने मंगलवार को घोषणा की कि अब उसका नया टारगेट हिजबुल्लाह को रोकना और उत्तरी सीमा पर विस्थापितों को फिर से बसाना है। पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कैबिनेट मीटिंग में कहा कि हिज़्बुल्लाह के हमलों को रोकना अब एक आधिकारिक युद्ध लक्ष्य है। इजरायल के लिए यह इसलिए भी जरूरी हो गया है क्योंकि उसे डर है ईरान समर्थित लेबनान आतंकी समूह उसके खिलाफ आगे घातक और बड़े पैमाने पर हमले कर सकता है।
इजरायल और हिजबुल्लाह सीमा पार से एक-दूसरे पर हमले बढ़ा रहे हैं। जिससे लेबनान के साथ युद्ध की आशंका बढ़ गई है। हिजबुल्लाह ने कहा है कि अगर इजरायल गाजा में अपना युद्ध बंद कर दे तो वह हमले बंद कर देगा। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू लंबे समय से हिजबुल्लाह के खिलाफ पूर्ण युद्ध के पक्ष में हैं लेकिन, रक्षा मंत्री योआव गैलेंट अब तक इससे बचते रहे हैं। परंतु अब हालात बदल रहे हैं। वो इसलिए क्योंकि नेतन्याहू ने गैलेंट को रक्षा मंत्री पद से बर्खास्त करने की तैयारी कर ली है। गैलेंट काफी महीनों से नेतन्याहू की आंखों में चुभ रहे हैं।
मीडिया ने रिपोर्ट दी है कि प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू रक्षा मंत्री गैलेंट को बर्खास्त करने और उनके स्थान पर अधिक आक्रामक राजनेता को नियुक्त करने पर विचार कर रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो हमास के 7 अक्टूबर के हमले के बाद गाजा में शुरू हुए युद्ध के बाद से यह इज़रायल में सबसे बड़ा नेतृत्व परिवर्तन होगा। टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट है कि गैलेंट की जगह न्यू होप के अध्यक्ष गिदोन सा'आर को जगह दी जा सकती है। अगर गिदोन को रक्षा मंत्री का पद नहीं मिलता है, तो रक्षा मंत्री का पद विदेश मंत्री इजराइल कैट्स को दिया जा सकता है।
नेतन्याहू के मन में क्या छिपा
इज़रायली अधिकारियों ने हिजबुल्लाह को दैनिक हमलों को रोकने के लिए भारी सैन्य कार्रवाई करने की बार-बार धमकी दी है। जवाब में नियमित रूप से हवाई हमले भी किए और कई वरिष्ठ हिजबुल्लाह कमांडरों को निशाना बनाया और मार डाला है। हिजबुल्लाह के खिलाफ पूर्ण युद्ध की घोषणा इज़रायल की सुरक्षा कैबिनेट बैठक के बाद आई। इसमें कहा गया है कि कैबिनेट ने "युद्ध के उद्देश्यों को स्पष्ट किया है" जिसमें उत्तर के निवासियों को उनके घरों में सुरक्षित रूप से वापस भेजना भी शामिल है। कहा गया है, "इज़रायल अपने उद्देश्य को लागू करने के लिए कार्य करना जारी रखेगा।"
अमेरिका की भी नहीं सुन रहे नेतन्याहू
हिजबुल्लाह और इजरायल द्वारा एक-दूसरे पर लगातार हमलों के कारण सीमा पर हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। हिजबुल्लाह ने कहा है कि अगर गाजा में संघर्ष विराम होता है तो वह हमले रोक देगा, लेकिन यह वार्ता बार-बार विफल रही है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने नेतन्याहू को संयम बरतने को कहा है। अमेरिका ने भले ही इज़रायल को सैन्य सहायता भेजी, लेकिन चेतावनी भी दी है कि व्यापक युद्ध से उसके लक्ष्य हासिल नहीं होंगे।