गुब्बारा भारत में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह क्षेत्र में भी देखा गया था, भारतीय वायुसेना ने राफेल से मार गिराया

नई दिल्ली
भारतीय वायु सेना के राफेल फाइटर जेट्स ने पिछले साल आसमान में 15 किलोमीटर से अधिक की ऊंचाई पर उड़ रहे चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था. रक्षा सूत्रों ने बताया कि राफेल लड़ाकू जेट में उड़ान भरने वाले भारतीय वायु सेना के पायलटों ने कुछ महीने पहले पूर्वी क्षेत्र में एक चीनी जासूसी गुब्बारे को गिरा दिया था.

IAF ने पिछले साल गुब्बारे को किया था शूट
 भारतीय वायुसेना ने पिछले साल अमेरिकी वायुसेना द्वारा गिराए गए गुब्बारे की तुलना में एक छोटे गुब्बारे को मार गिराने में सफलता हासिल की थी. सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने 15 किलोमीटर से अधिक की ऊंचाई पर उड़ रहे गुब्बारे को नीचे गिरा दिया था. 2023 की शुरुआत में, अमेरिकी वायु सेना F-22 ने दक्षिण कैरोलिना के तट पर एक चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था, जो कई दिनों से उत्तरी अमेरिका में घूम रहा था. उसके बाद एक हफ्ते के भीतर इस तरह के कम से कम दो अन्य मामले भी सामने आए थे.

अंडमान-निकोबार के ऊपर उड़ रहा था गुब्बारा
इसी तरह का एक गुब्बारा भारत में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह क्षेत्र में भी देखा गया था. ऐसा माना जाता है कि इन गुब्बारों का इस्तेमाल एक बड़े क्षेत्र पर नजर रखने के लिए किया जाता है. हालांकि, तीन से चार दिनों तक इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद इसे गिरा दिया गया.

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यह भी माना जाता है कि चीनी जासूसी गुब्बारों में एक प्रकार का स्टीयरिंग तंत्र होता है जिसका इस्तेमाल उनके हित के क्षेत्रों पर स्थिरता के लिए किया जा सकता है. सेना भविष्य में ऐसे खतरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अपनी मानक संचालन प्रक्रिया भी तैयार कर रही है.

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