अब घर बैठे भी जीवन प्रमाण बनवा सकते हैं Digital Life Certificate, जाने क्या है तरीका

नई दिल्ली
देश में केंद्र सरकार, राज्य सरकार, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन या किसी अन्य सरकारी संगठन के करोड़ों पेंशनर्स हैं। इन पेंशनर्स के लिए अक्टूबर और नवंबर का महीना काफी महत्वपूर्ण होता है। इन दिनों में उन्हें अपने बैंक में जा कर जीवित होने का प्रमाण जमा करना होता है। हालांकि अब सरकार ने कुछ ऐसी व्यवस्था कर दी है कि पेंशनर्स घर बैठे भी जीवन प्रमाण पत्र डिजिटल तरीके से बनवा और जमा कर सकते हैं। हम बता रहे हैं इसका तरीका।

    क्या है डिजिटल जीवन प्रमाण?
    डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (जीवन प्रमाण पत्र) पेंशनभोगियों के लिए बायोमेट्रिक-सक्षम डिजिटल सेवा है। केंद्र या राज्य सरकार, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन या किसी अन्य सरकारी संगठन के पेंशनभोगी जिनकी पेंशन वितरण एजेंसी डीएलसी के लिए सक्रिय है, वे इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

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    कौन जारी कर रहा है?
    इस समय इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक India Post Payments Bank (IPPB) डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जारी कर रहा है। इसके लिए बैंक ने भारत सरकार के नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर या एनआईसी से हाथ मिलाया है। दरअसल, DLC एनआईसी के अप्लिकेशन पर जारी किया जा रहा है।

    कैसे बनवाएं डिजिटल जीवन प्रमाण ?
    यदि पेंशनर के पास वक्त हो या वे सक्षम हों तो किसी भी डाकघर में पहुंचें। ऐसा नहीं कर सकते हैं तो अपने पोस्टमैन/ग्रामीण डाक सेवक के माध्यम से दरवाजे पर इन सेवाओं का लाभ उठाएं। डाक सेवक को अपने पेंशन खाते से संबंधित बेसिक जानकारी प्रदान करें, वह आपका डिजिटल जीवन प्रमाण जनरेट करने में मदद करेगा।

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    डीएलसी जारी करने के लिए कौन से कागजात हैं जरूरी?
    यदि आपको डिजिटल जीवन प्रमाण चाहिए तो आपके पास पेंशन भुगतान आदेश या पेंशन पेमेंट आर्डर की मूल कॉपी होनी चाहिए। साथ ही बैंक खाता विवरण, मोबाइल नंबर, आधार संख्या भी होना चाहिए।

    डीएलसी बनवाने के लिए क्या जानकारी देनी होगी?
    पेंशनभोगी को आधार नंबर, नाम, मोबाइल नंबर और स्व-घोषित पेंशन संबंधी जानकारी जैसे पीपीओ नंबर, पेंशन खाता संख्या, बैंक विवरण, पीएसए, पीडीए का नाम आदि देना होगा। पेंशनभोगी को अपनी बायोमेट्रिक्स, या तो आईरिस या फिंगरप्रिंट भी देना होगा। वर्तमान में, केवल फिंगरप्रिंट विकल्प आईपीपीबी के माध्यम से लाइव है।

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    क्या कोई शुल्क भी देना होगा?
    घर बैठे जीवन प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आपको महज 70 रुपये का छोटा सा शुल्क चुकाना होगा। इसमें सर्विस टैक्स भी शामिल है।

    डीएलसी बन जाने के बाद इसे बैंक या डाकघर जा कर जमा करना होगा‌?
    अक्सर पेंशनभोगी सवाल करते हैं कि डीएलसी बनवाने के बाद अपने बैंक/डाकघर आदि में जीवन प्रमाण पत्र या डीएलसी जमा करने की आवश्यकता है? इसका उत्तर है नहीं। पेंशनभोगी को बैंक/डाकघर/पीडीए में डीएलसी जमा करने की आवश्यकता नहीं है। डीएलसी स्वचालित रूप से उन्हें इलेक्ट्रॉनिक रूप से मिल जाएगा।

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