महाराष्ट्र में हार मिलते ही कांग्रेस में तेज हुई रार, पूर्व सीएम बोले- हमारी तो लीडरशिप ही खराब

मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के रुझानों में भाजपा के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन बहुमत हासिल कर चुका है। अकेले भाजपा ही 127 सीटों पर आगे चल रही है, जो 148 सीटों पर ही उतरी थी। 85 फीसदी के स्ट्राइक रेट के साथ भाजपा ने अपनी सफलता के सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए हैं। इसके अलावा उसके सहयोगी दल एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने भी झंडे गाड़ दिए हैं। शिंदे की शिवसेना को 56 सीटों पर बढ़त है। इसके अलावा अजित पवार की एनसीपी को 37 सीटों पर लीड मिली है। इस तरह तीन में से यदि कोई दो दल भी चाहें तो वह सरकार का हिस्सा बन सकते हैं। भाजपा गठबंधन को बहुमत की जरूरत से 60 से ज्यादा सीटें मिली हैं।

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वहीं कांग्रेस में आपसी कलह और आरोपों का दौर भी शुरू हो गया है। पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण खुद दक्षिण कराड़ सीट से पीछे चल रहे हैं। उन्होंने वोटों की गिनती के बीच ही कांग्रेस की लीडरशिप पर निशाना साध दिया। चव्हाण ने कहा कि हमारी लीडरशिप बेहद खराब थी। यह भी हमारी हार की एक वजह हो सकती है। चव्हाण ने हार के कारणों पर चर्चा करते हुए कहा, 'हम हार के कारणों का पता नहीं लगा सकते। शायद लड़की बहिन योजना से महायुति को फायदा मिला है। इसके अलावा हमारी लीडरशिप खराब थी, जबकि आरएसएस ने भाजपा को मदद की और उसे इसका फायदा मिला।'

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