भारतीय सेना के साथ सहयोग कर एयरटेल ने दूरदराज के इलाकों में नेटवर्क सेवाओं को मजबूत बनाया, सम्पर्क हुआ आसान

जम्मू
जम्मू कश्मीर में LOC पर तैनात सैनिकों व लोगों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। अब LOC पर तैनात सैनिकों का अपने परिवारों के साथ संपर्क सरल हो जाएगा। भारत की अग्रणी टेलीकॉम सेवा प्रदाता कंपनियों में से एक भारती एयरटेल (Airtel) ने भारतीय सेना के साथ सांझेदारी करते हुए उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपोरा जिलों में नियंत्रण रेखा (LOC) के पास स्थित गांवों में कनेक्टिविटी पहुंचाई है।

ये भी पढ़ें :  चीनी रक्षा मंत्री से वन टू वन मीटिंग में भी राजनाथ ने किया पाकिस्तानी आतंकवाद और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र

कंपनी ने इन इलाकों में 15 मोबाइल टावर लगाए हैं, जिनसे स्थानीय निवासियों को लाभ मिलेगा और एलओसी (LOC) पर तैनात सैनिकों को अपने परिवारों के साथ संपर्क बनाए रखने और ऑपरेशनल समन्वय बेहतर करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री "वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम" के तहत कच्छल, बलबीर, रजदान पास, ताया टॉप, उस्ताद, काठी और चीमा जैसे गांव अब पूरे देश से जुड़ गए हैं। ये गांव केरन, मच्छल, तंगधार, गुरेज और उड़ी घाटी जैसे क्षेत्रों में स्थित हैं। इन क्षेत्रों में एयरटेल एकमात्र निजी टेलीकॉम ऑपरेटर है जो अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है।

ये भी पढ़ें :  आरक्षण को लेकर दिए राहुल गांधी के एक बयान ने भारत की राजनीति में हलचल पैदा कर दी, खूब बरसे अमित शाह

भारतीय सेना के साथ सहयोग कर एयरटेल ने दूरदराज के इलाकों में नेटवर्क सेवाओं को मजबूत बनाया है। हाल ही में कंपनी ने आवागमन के लिए कठिन गलवान घाटी और दौलत बेग ओल्डी (BDO) में भी कनेक्टिविटी स्थापित की है, जो भारत की सबसे उत्तरी सैन्य चौकी के रूप में जाना जाता है। यह उपलब्धि देश के सबसे दुर्गम क्षेत्रों में भी विश्वसनीय नेटवर्क सेवा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस सांझेदारी से न केवल स्थानीय निवासियों की जीवनशैली में सुधार होगा, बल्कि सेना की कार्यक्षमता और संचार सुविधा में भी बड़ा बदलाव आएगा।

Share

Leave a Comment