लखनऊ
फरीदाबाद विस्फोटक और दिल्ली ब्लास्ट में गिरफ्तार लखनऊ की डॉक्टर शाहीन शाहिद और उसके भाई डॉ परवेज अंसारी यूपी और देश के अलग हिस्सों में अटक की पाठशाला चला रहे थे. दोनों से अब तक हुई पूछताछ में खुलासा हुआ है कि डॉ शाहीन वीडियो कॉल के माध्यम से लड़कियों को जिहाद की ट्रेनिंग दे रही थी. जबकि उसका डॉ परवेज और साथ डॉ आरिफ युवाओं को जिहाद में शामिल होने के लिए ब्रेनवॉश कर रहा था.
तीनों मुस्लिम युवकों और युवतियों को कहते थे कि ‘यह आतंक की राह नहीं है. यह अल्लाह का पैगाम है. और अल्लाह के लिए कुर्बानी देनी होगी. इसके लिए अल्लाह ने हमें चुना है. अब तक की पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली है कि डॉ शैं की इस वीडियो पाठशाला में कानपुर से गिरफ्तार डॉ आरिफ, उसका भाई डॉ परवेज और हापुड़ से गिरफ्तार डॉ फारूक अहमद भी जुड़ा हुआ था. डॉ शाहीन मुस्लिम महिलाओं और लड़कियों को भड़काऊ भाषणों से जिहाद के लिए तैयार कर रही थी. वह शादीशुदा महिलाओं से कहती थी कि इसके लिए उन्हें अपने शौहर को तलाक भी देना होगा और परिवार छोड़ना होगा।
बैंक खातों की जांच
जैश की लेडी विंग की कमांडर डॉ शाहीन शाहिद खुद अपने पति को तलाक दे चुकी है. तलाक देने के बाद वह अपने बच्चों कभी मिलने नहीं गई. इतना ही नहीं वह लखनऊ भी अपने परिवार से मिलने नहीं आती थी. जांच में पता चला है कि वह अपने भाई डॉ परवेज से संपर्क में थी. दोनों कई बार सहारनपुर में मिले भी थे. पुलिस को शक है कि दिल्ली ब्लास्ट के बारे में डॉ परवेज को पहले से ही पता था. फिलहाल जांच एजेंसियां डॉ शाहीन के बैंक खातों की तफ्तीश कर रही हैं.
तीन बार पाकिस्तान भी गई थी डॉ शाहीन
सूत्रों के मुताबिक डॉ शाहीन तीन बार पाकिस्तान भी गई थी. 2013 में वह थाईलैंड भी गई थी. डॉ शाहीन ने अपने पासपोर्ट में कई बार अभिवकों के नाम चेंज करवाए. शादी के बाद शौहर का नाम था. फिर तलाक के बाद भाई परवेज को अभिभावक बनाया था.


