न्यूज राइटर डेस्क, रायपुर, 3 अक्टूबर 2023
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों की दूसरी आधिकारिक लिस्ट अब तक जारी नहीं की है। इससे पहले पिछले दो दिनों से व्हाट्सएप ग्रुप आदि में संभावित प्रत्याशियों की सूची दौड़ने लगी है। इन दौड़ने वाली सूचियों के आधार पर बहुत सारे मीडिया संस्थानों ने खबर भी चलाना शुरु कर दिया, साथ ही मुहर लगाना भी शुरू कर दिया कि यही नाम फाइनल हो गए हैं।
इस संभावित सूची में दिखने वाले नाम को पढ़कर अब कई जगहों पर भारतीय जनता पार्टी को बवाल का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया में दौड़ते इस से संभावित प्रत्याशियों की सूची में जिस तरह से पुराने चेहरों को प्रत्याशी बनाने की चर्चा है। उससे माना जा रहा है कि इस बार भी भारतीय जनता पार्टी को 2023 के विधानसभा चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। रायपुर के साथ ही बिलासपुर समेत ऐसी सीटें हैं, जहां पर पुराने चेहरे को संभावित प्रत्याशियों में जगह मिली है। लिहाजा राजनीतिक पंडित बता रहे हैं कि इससे भारतीय जनता पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा, साथ ही कई विधानसभा सीटों में पैराशूटलैंडिंग से भी भाजपा को भारी डैमेज का सामना करना पड़ेगा।
इसी कड़ी में धरसीवां विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी के ऑफिशियल ग्रुप में संभावित प्रत्याशी के नाम में शामिल प्रत्याशी के समर्थकों ने न सिर्फ ओवरकॉन्फिडेंस में इस लिस्ट पर विश्वास जताते हुए अनुशासन तोड़ना शुरू कर दिया है, बल्कि अपशब्दों का प्रयोग करते हुए भी मैसेज लिखने का सिलसिला शुरू कर दिया है। ऐसे ही मैसेज धरसीवां से जुड़े भाजपा कार्यकर्ताओं के ग्रुप में लिखे जा रहे हैं, जिससे रोष पैदा होने के साथ भाजपा की स्थानीय सामंजस्यता पर भी प्रश्न उठ रहे हैं।
गौरतलब है कि धरसीवां सीट से संभावित प्रत्याशी सूची में छालीवुड कलाकार अनुज शर्मा का नाम बताया गया है। ऐसे में अनुज शर्मा से जुड़े समर्थकों ने भाजपा के ऑफिशियल ग्रुप में अपशब्दों के इस्तेमाल करते हुए भाजपा के अनुशासन को तोड़ते हुए कई बातें लिखनी शुरू कर दी हैं। जिस पर स्थानीय भाजपा नेताओं ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराकर इसकी शिकायत भी करनी शुरू कर दी है।
BJP की हार तय!
विश्वसनीय सूत्र बता रहे हैं कि यदि भारतीय जनता पार्टी धरसीवां विधानसभा से अनुज शर्मा को प्रत्याशी के रूप में उतारती है, तो इसका बड़ा नुकसान भारतीय जनता पार्टी को संगठन स्तर पर होगा। यहां से भाजपा चुनाव तो हारेगी ही, साथ ही संगठन पूरी तरह से छिन्न भिन्न हो जाएगा।
दरअसल धरसीवां विधानसभा सीट में एक दर्जन से ज्यादा प्रत्याशी पिछले कई सालों से मेहनत करके टिकट की उम्मीद पर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना समेत के ऐसे विषय हैं, जिसको लेकर के स्थानीय भाजपा नेता लंबे समय से भीड़ जुटाने के साथ कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में अनुज शर्मा यदि धरसीवां से प्रत्याशी बनते हैं, तो यह पूरी तरह से पैराशूटलैंडिंग कहलाएगी और भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ता और नेता इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। यानी यहां भाजपा को तगड़ा नुकसान तय माना जा रहा है। लिहाजा संभावित प्रत्याशियों की सूची दौड़ते हुए कई सीटों के साथ धरसीवां की इस सूची से भाजपा के बुरी तरह डैमेज होने की आशंका जताई जा रही है।
जैसे ही संभावित प्रत्याशियों की अनधिकृत सूची वायरल होने लगी, उसके बाद से न सिर्फ अनुज शर्मा के समर्थक भाजपा के ग्रुप में इस तरह का मैसेज लिखना शुरू कर रहे हैं। बल्कि खुद अनुज शर्मा अचानक अतिसक्रिय नज़र आ रहे हैं।
BJP की परंपरा के विपरीत आचरण
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के कमान संभाले हुए हैं। बीते महीने में प्रधानमंत्री मोदी छत्तीसगढ़ में चार प्रवास कर चुके हैं, साथ ही कई बड़ी जनसभाओं को संबोधित कर चुके हैं। अपने हर भाषण में प्रधानमंत्री मोदी कहते नजर आते हैं कि हमको कमल के निशान को ही प्रत्याशी मानना है और उसे देखकर वोट डालना है। लिहाजा एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी जहां अनुशासन की अपील कर रहे हैं, कमल के सिंबल को सबसे ऊपर बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर व्यक्तिगत तौर पर समर्थकों का इस तरह का संदेश बीजेपी की परंपरा के विपरीत माना जा रहा है। इससे भारतीय जनता पार्टी को शासन नुकसान उठाना पड़ सकता है।