छत्तीसगढ़ में आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम के खिलाफ फर्जी शिकायत, सामने आई नई जानकारी

 

 

 

 

उर्वशी मिश्रा, रायपुर 

 

रायपुर। हिन्दू जागृति समिति के छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के राज्य समन्वयक सुनील घनवट ने एक बयान जारी कर कहा है कि उनके नाम का फर्जी तरीके से इस्तेमाल कर छत्तीसगढ़ के आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम के खिलाफ शिकायत की गई है। इस संबंध में उन्होंने 12 जून को पुणे के पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में शिकायत भी की है।

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विगत 29 अप्रैल को सुनील घनवट के हस्ताक्षर से आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम, राकेश अग्रवाल, मनोज अग्रवाल और सुनील अग्रवाल द्वारा आदिम जाति कल्याण विभाग में भारी गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजी गई थी। घनवट ने बयान में कहा कि भाजपा को बदनाम करने के लिए नकली लेटर हेड पर उनके नाम का इस्तेमाल किया गया।

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घनवट ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने कोई शिकायत प्रधानमंत्री को नहीं भेजी है। प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में उनका हस्ताक्षर नहीं है ,उनका हस्ताक्षर फर्जी है। घनवट ने साफ़ किया है कि उन्हें बदनाम करने के लिए यह कृत्य किया गया है। इसकी लिखित शिकायत उन्होंने 12 जून को पुणे के पुलिस कमिश्नर को दी है और जाँच की मांग की है।

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