लैरी एलिसन निभा रहे 15 साल पुराना वादा, कर रहे 31.24 लाख करोड़ का ऐतिहासिक दान

न्यूयॉर्क

 दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्‍यक्ति और ओरैकल के फाउंडर लैरी एलिसन ने अपनी कुल संपत्ति का 95 फीसदी दान करने की बात कही है. एलिसन फिलहाल टेस्‍ला के सीईओ एलन मस्‍क के बाद दूसरे सबसे अमीर आदमी हैं. ब्‍लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्‍स के मुताबिक, एलिसन के पास सितंबर, 2025 तक करीब 373 अरब डॉलर की संपत्ति थी. इस लिहाज से अगर देखा जाए तो इसका 95 फीसदी यानी 31 लाख करोड़ रुपये से ज्‍यादा की संपत्ति वे दान करने वाले हैं.

एलिसन की संपत्ति में सबसे ज्‍यादा उछाल ओरैकल के एआई मॉडल की ग्रोथ के बाद आया है, जिसकी वजह से ओरैकल के स्‍टॉक में जबरदस्‍त उछाल दिखा है. एलिसन ने साल 2010 में ही अपनी कुल संपत्ति का 95 फीसदी दान करने की बात कही थी. उनकी संपत्ति में सबसे बड़‍ी हिस्‍सेदारी ओरैकल की इक्विटी में 41 फीसदी भागीदारी के रूप में आती है. सितंबर, 2025 तक एलिसन के पास 373 अरब डॉलर की संपत्ति रही है. उन्‍होंने टेस्‍ला में भी बड़ा निवेश किया हुआ है.

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कहां दान करते हैं अपना पैसा
एलिसन पहले से ही अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्‍सा दान करते आए हैं, जो ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक गैर लाभकारी संगठन एलिसन इंस्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी के जरिये किया जाता रहा है. यह संस्‍थान दुनियाभर में हेल्‍थकेयर, खाने की कमी, क्‍लाइमेट में बदलाव और एआई रिसर्च के लिए फंडिंग करता है. इस संस्‍थान का नया कैंपस साल 2027 में खुलने वाला है, जिसकी वैल्‍यू करीब 1.3 अरब डॉलर की होगी. इससे पहले एलिसन ने 20 करोड़ डॉलर का दान यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया को कैंसर रिसर्च सेंटर स्‍थापित करने के लिए दिया था. इसके अलावा 1 अरब डॉलर का दान एलिसन मेडिकल फाउंडेशन को भी दिया था.

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मुश्किल प्रोजेक्‍ट पर कर रहे काम
 एलिसन ने पिदले साल साइंटिस्‍ट जॉन बेल को अपने रिसर्च सेंटर की अगुवाई के लिए नियुक्‍त किया था. लेकिन, पिछले अगस्‍त में उन्‍होंने कहा कि यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के पूर्व प्रेसिडेंट सैंटा ओनो को हायर किया है, जो बेल के साथ मिलकर काम करते. इसके दो सप्‍ताह बाद ही बेल ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया. उनका कहना था कि यह बहुत मुश्किल प्रोजेक्‍ट है और इस पर काम नहीं किया जा सकता है.

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कोड लिखने से की थी करियर की शुरुआत
एलिसन ने यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस से पढ़ाई समाप्‍त करने के बाद डाटाबेस कोड लिखने से अपने करियर की शुरुआत की थी. साल 1977 में उन्‍होंने बतौर सह-संस्‍थापक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट लैबोरेटरीज की स्‍थापना की, जो बाद में ओरैकल के नाम से जानी गई. साल 2014 तक वह ओरैकल के सीईओ रहे. इसके बाद एग्‍जीक्‍यूटिव चेयरमैन और सीटीओ के पद पर काम किया. एलिसन के पास इस कंपनी के अलावा भी कई और निवेश हैं. उन्‍होंने हवाई द्वीप का करीब 98 फीसदी हिस्‍सा खरीद रखा है.

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