दौसा.
5 साल का छोटा सा आर्यन इस वक्त जिंदगी और मौत के बीच की लड़ाई लड़ रहा है, 150 फीट गहराई में आर्यन जिस तरह डरा सहमा बैठा है, उसका अंदाजा आप लगा सकते होंगे की कैसे घुटन भरी छोटी सी जगह में वह हिम्मत दिखा रहा है और सांसे ले रहा है। परिजनों को पल पल भारी हो रहा है वो पूछ रहे हैं हमारा बच्चा कब बाहर आएगा।
बच्चे पर लगातार रखी जा रही है नजर
जिला परिषद के सीओ नरेंद्र कुमार मीणा का कहना है कि कल दोपहर बाद बच्चे के बोरवेल में गिरने की खबर मिलने के बाद तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। सीओ का कहना है कि बच्चे पर कैमरे से लगातार नजर रखी जा रही है। सीओ का कहना है कि रेस्क्यू के लिए टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं लेकिन बच्चा बीच में फंसा हुआ है और उसके नीचे पानी है, इसलिए रेस्क्यू टीमों ने बच्चे के नीचे जाल लगाया है ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके। सीओ का कहना है कि एनडीआरएफ की टीमें लगातार लगी हुई हैं और बच्चे को जल्द से जल्द बाहर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मौके पर हैं एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें
जिले के कालीखाड़ गांव में चल रहे इस ऑपरेशन में जयपुर से एसडीआरएफ, अजमेर से पहुंची एनडीआरएफ की टीमों के साथ दूसरे एक्सपर्ट भी मौके पर हैं। सोमवार शाम करीब 4 बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन में टीमों को दो सफलता हाथ लगी हैं। इनमें एक तो यह कि बच्चे की मूवमेंट कैमरे पर देख पाने में वे सफल रही हैं। दूसरा बच्चे ने रस्सी पकड़ने की भी कोशिश की है। एनडीआरएफ देसी जुगाड़ से भी बच्चे को निकालने में जुटी है। जानकारी के अनुसार 5 साल का आर्यन अपनी मां के सामने ही घर से करीब 100 फीट दूर बोरवेल में गिर गया था। ये बोरवेल परिवार ने करीब 3 साल पहले खुदवाया था, लेकिन काम नहीं आ रहा था।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
दौसा जिले के कालीखाड गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। सोमवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे आर्यन नाम का एक बच्चा बोरवेल में गिर गया। तब से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। NDRF की टीम समेत कई लोग बच्चे को बचाने में जुटे हैं। बोरवेल के पास एक गड्ढा भी खोदा जा रहा है। बच्चे को सीधे बोरवेल से निकालने की भी कोशिश हो रही है।