अब देश में वैलेंटाइन्स डे के बदले में मनाया जाएगा ‘Cow Hug Day’… भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने की अपील

 

नेहा शर्मा, नई दिल्ली, 10 फ़रवरी, 2023

 

भारत में पहली बार 14 फरवरी बेहद खास होने वाला है। भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने 14 फरवरी को काउ हग डे के रूप में मनाने की अपील की है। बोर्ड का मानना है कि इससे लोगों में गायों के प्रति भावनात्मक समृद्धि आएगी और साथ ही ये व्यक्तिगत और सामूहिक खुशी को भी बढ़ाएगा। शायद ऐसा पहली बार होगा कि वेलेंटाइन डे को लोग काउ हग डे के रूप में मनाएंगे। वाकई में ये अनुभव काफी लोगों के लिए शानदार रहने वाला है।

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दरअसल, भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए 14 फरवरी को काउ हग डे के रुप में मनाने की अपील की गई है। एनिमल वेल्फेयर बोर्ड ने लोगों से अपील की है कि इस वेलेन्टाइन डे को काउ हग डे के रुप में मनाया जाए। इस अपील को लोग द्वारा प्रशंसनीय बताया जा रहा हैं। वहीं अपने एक बयान में एनिमल वेलफेयर बोर्ड ने आग्रह किया है कि 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे मनाने के बजाए ‘काउ हग डे’ के तौर पर मनाया जाए और गाय को गले लगाकर उनसे थोड़ा प्यार जताया जाए।

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वहीं हैरान करने वाली बात यह है कि पशु कल्याण बोर्ड की इस अपील में विज्ञान छिपा हुआ है। रिसर्च में यह बताया गया है कि गाय को गले लगाना सिर्फ उनकी सेहत के लिए ही नहीं, बल्कि इंसानों की हेल्थ के लिए भी काफी अच्छा होता है। इससे शरीर को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है और तनाव कम करने वाले ऑक्सिटॉसिन हार्मोन भी बढ़ते हैं।

बता दें कि ये हार्मोन सोशल बांडिंग के वक्त शरीर में बनते हैं। इसके अलावा पालतू जानवरों के साथ थोड़ा समय बिताने, उनके साथ खेलने और बैठने से मन को शांति भी मिलती है। गाय माता को गले लगाना कोई नया कांसेप्ट नहीं है, बल्कि भारत से लेकर नीदलैंड्स के ग्रामीण इलाकों में काउ हगिंग को थेरेपी बताया है। इसे नीदलैंड्स में ‘को नफलेन’ थेरेपी के नाम से जाना जाता है। इससे गाय के साथ-साथ उसे गले लगाने वाले इंसान का मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है।

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