इंफाल.
मणिपुर में पिछले साल मई में भड़की हिंसा अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में कई मंत्रियों और विधायकों के घर फूंक दिए गए, जिसके चलते यहां के लोग डर के साय में जी रहे हैं। हालांकि, पुलिस लगातार कड़ी कार्रवाई कर रही है। उसने इंफाल घाटी में 16 नवंबर को विधायकों के आवासों को नुकसान पहुंचाने के आरोप में सात और लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें, ये गिरफ्तारियां पिछले दो दिनों में की गई हैं। पुलिस ने बताया कि काकचिंग जिले से शुक्रवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं, इंफाल पश्चिम जिला पुलिस ने शनिवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया। इन गिरफ्तारियों के साथ निर्वाचित सदस्यों के आवासों पर आगजनी के आरोप में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है।
संपत्ति लूटने वालों की हुई पहचान: सीएम
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि 16 नवंबर को विरोध प्रदर्शन के दौरान मंत्रियों और विधायकों की संपत्ति लूटने में शामिल संदिग्धों की पहचान कर ली गई है और कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। उन्होंने आगे कहा, 'लोकतांत्रिक आंदोलन के नाम पर कुछ गिरोहों ने मंत्रियों और विधायकों के आवास लूट लिए और जला दिए। सीसीटीवी के माध्यम से संदिग्धों की पहचान की गई है और उचित कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। मुझे सार्वजनिक रूप से यह कहते हुए शर्म आती है कि मणिपुर में ऐसी चीजें हो रही हैं।'