नई दिल्ली
भाजपा विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की। उन्होंने रियासी जिला स्थित श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस की ओर से जारी पहली एडमिशन लिस्ट रद्द करने की मांग की। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने चयन सूची पर सवाल उठाए। प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि जिन छात्रों को दाखिला मिला है उनमें से अधिकांश छात्र एक समुदाय से हैं। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि माता में आस्था रखने वाले छात्रों को दाखिले के लिए विचार किया जाए।
राजभवन की ओर से जारी बयान के अनुसार, बैठक के दौरान शर्मा के साथ विधायक शाम लाल शर्मा, सुरजीत सिंह सलाथिया, देवेंद्र कुमार मन्याल और रणबीर सिंह पठानिया मौजूद थे। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए शर्मा ने कहा, 'हमने एसएमवीडीआईएमई में दाखिलों के पहले बैच को लेकर एक असाधारण और महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया, जिसमें अधिकांश सीट एक विशेष समुदाय के छात्रों को मिली हैं।'
भाजपा नेताओं की क्या है मांग
सुनील शर्मा ने कहा, 'हमारा विरोध इस दलील पर आधारित है कि यह संस्थान श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्था से जुड़ा है। श्राइन बोर्ड को मिलने वाला दान धार्मिक और सांस्कृतिक कामों के लिए था।' एसएमवीडीआईएमई को इस साल 50 एमबीबीएस सीट की मंजूरी मिली है। कॉलेज के पहले बैच (2025-26) में एक विशेष समुदाय के 41 छात्रों के प्रवेश को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कुछ दक्षिणपंथी समूह प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि इस कॉलेज को अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा दिया जाए।


