कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने वालो को 1 लाख देगी योगी सरकार, बड़ी घोषणा

लखनऊ 

 कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रद्धालुओं को एक लाख रुपये देने की घोषणा की है. यह सहायता उन लोगों को मिलेगी जो अपनी यात्रा के समय उत्तर प्रदेश के स्थायी निवासी हैं. यूपी सरकार में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने रविवार को यह जानकारी दी. 

कैलाश मानसरोवर यात्रा के बाद मिलेंगे 1 लाख रुपये

रविवार को आगरा में पर्यटन और विकास योजनाओं की समीक्षा करने के दौरान पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा कर लौटने वाले उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं को यूपी सरकार की ओर से 1,00,000 रुपये की धनराशि दी जाएगी. यह रकम श्रद्धालुओं के सीधे खाते में भेजी जाएगी.

धार्मिक मामलों के विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने शुक्रवार को बताया कि यह सहायता राशि सिर्फ भारत सरकार के आधिकारिक कैलाश मानसरोवर यात्रा कार्यक्रम के माध्यम से भाग लेने वाले तीर्थयात्रियों तक ही सीमित नहीं होगी. वास्तव में, निजी ट्रैवल एजेंसियों या व्यक्तिगत व्यवस्थाओं के माध्यम से तीर्थयात्रा पूरी करने वाले व्यक्ति भी इसके पात्र होंगे.

कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए 50 श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना

यूपी के पर्यटन मंत्री ने बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए पहला जत्था रवाना हो चुका है. इसमें 50 श्रद्धालु शामिल हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि शिवाजी स्मारक और म्यूजियम का कार्य जल्द पूरा होगा. आगरा जेवर एयरपोर्ट से जुड़ेगा. सिविल एविएशन की सुविधाएं बढ़ेंगी. सरकार आगरा में विकास कार्यों को लेकर गंभीर है.

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यात्रा पूरी करने के बाद करना होगा अप्लाई

कैलाश मानसरोवर यात्रा पूरी करने के बाद श्रद्धालुओं को 90 दिनों के भीतर विभाग की वेबसाइट पर जाकर जरूरी डाक्युमेंट्स की स्कैन कॉपी के साथ ऑनलाइन आवेदन करना होगा.

फार्म भरने के लिए चाहिए होंगे ये जरूरी डाक्युमेंट्स

लेटेस्ट फोटो

आधार कार्ड

पैन कार्ड

निवास प्रमाण पत्र

पासपोर्ट

वीजा

बैंक अकाउंट डिटेल

यात्रा पूरी करने का सर्टिफिकेट

अन्य जरूरी डाक्युमेंट्स की स्कैन कॉपी के साथ

ध्यान देने वाली बात 1 लाख रुपये की सहायता रकम पाने के लिए यात्रा से लौटने वाले श्रद्दालुओं को 90 दिनों के भीतर ऑनलाइन माध्यम में आवेदन करना होगा. ऑफलाइन आवेदनों स्वीकार नहीं किए जाएंगे.

अगर आप कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गए हैं या जाने वाले हैं और लौटकर राज्य सरकार से 1 लाख रुपये की सहायता चाहते हैं, तो तय समय के भीतर आवेदन करना होगा. इस दौरान अपलोड किए गए डाक्युमेंट्स की जांच उत्तर प्रदेश के धार्मिक कार्य निदेशालय, लखनऊ द्वारा की जाएगी. सभी दस्तावेज सही पाए जाने और वेरीफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने पर एक लाख रुपये की राशि सीधे आपके बैंक खाते में भेज दी जाएगी. लेकिन अगर किसी तरह की गड़बड़ी या फर्जी दस्तावेज़ मिले, तो आपका आवेदन कैंसिल कर दिया जाएगा और इसकी जानकारी आपको मोबाइल या ईमेल के ज़रिए दी जाएगी.

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पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने दी जानकारी

उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह आगरा के सर्किट हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने पर्यटन से जुड़ी विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों की समीक्षा की. इसी दौरान उन्होंने यह महत्वपूर्ण घोषणा की कि मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को सरकार की ओर से 1 लाख रुपये दिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि यह कदम श्रद्धालुओं को उत्साहित करने और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है.

पहला जत्था हो चुका है रवाना

पर्यटन मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि मानसरोवर यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था पहले ही रवाना हो चुका है. इस जत्थे में कुल 50 श्रद्धालु शामिल हैं जो इस पुण्य यात्रा पर निकले हैं. सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि का लाभ इन्हें भी मिलेगा.

धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

यह घोषणा धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश सरकार के बढ़ते कदम का हिस्सा है. कैलाश मानसरोवर यात्रा भारत के सबसे पवित्र और कठिन यात्राओं में से एक मानी जाती है. सरकार का मानना है कि इससे श्रद्धालुओं में उत्साह बढ़ेगा और राज्य की धार्मिक पहचान को भी नई ऊंचाई मिलेगी.

आगरा में विकास योजनाएं होंगी तेज

जयवीर सिंह ने यह भी कहा कि आगरा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चल रही हैं. शिवाजी स्मारक और म्यूजियम का निर्माण कार्य तेज़ी से किया जा रहा है और जल्द ही उसे पूरा कर जनता को समर्पित किया जाएगा. इसके साथ ही आगरा को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा, जिससे एयर कनेक्टिविटी बेहतर होगी. सिविल एविएशन सेक्टर की सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी.

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सरकार पर्यटन को लेकर गंभीर

पर्यटन मंत्री ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश सरकार धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के विकास को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है. आने वाले समय में राज्य के विभिन्न हिस्सों में पर्यटन को लेकर बड़ी योजनाएं लागू की जाएंगी, जिससे न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी बल्कि स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा.

सरकार की ओर से श्रद्धालु को यह सहायता राशि जीवन में सिर्फ एक बार मिलेगी. अगर किसी यात्री की मृत्यु हो जाती है, तो उसका जीवनसाथी या परिवार का कोई सदस्य अनुदान के लिए आवेदन कर सकता है, लेकिन उस पर जांच के बाद ही फैसला होगा. यह राशि उसी वित्त वर्ष के बजट से दी जाएगी जिसमें आवेदन किया गया हो. अगर आवेदन अगली वित्त वर्ष में पहुंचता है, तो उस पर विचार नहीं होगा. यदि कोई व्यक्ति झूठ बोलकर या दस्तावेज छिपाकर अनुदान लेता है, तो उससे पैसे की वसूली की जाएगी और कानून के अनुसार कार्रवाई भी की जाएगी.

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