सतीश शर्मा, न्यूज राइटर, महासमुंद, 18 मई, 2023
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला के थाना सिंघोड़ा ईलाके के ग्राम पुटका में हुए तीहरे हत्याकांड का महासमुंद पुलिस ने खुलासा किया है। इस मामले में माता-पिता और दादी की हत्या का संतान ही क़ातिल निकला। आरोपी ने दो हजार के लिए पहले पिता, फिर मां और अंत में दादी के सिर पर हाॅकी स्टिक से वार कर निर्मम हत्या कर दी थी।
बता दें कि, सिंघोडा थाना के ग्राम पुटका निवासी शिक्षक प्रभात भोई उनकी पत्नी और वृद्ध मां की हत्या कर जला देने का मामला सामने आया था। मामला काफी संगीन था, जिसमें मृतक परिवार के लापता होने, फिर उनकी हत्या कर जलाए जाने का मामला था। लेकिन पुलिस को मृतक प्रभात भोई को उनके परिवार के सदस्यों के शव बरामद नहीं हुए थे। लेकिन घर की बॉडी में राख मिली थी। इस राख में ही कुछ हड्डियों के अवशेष मिले थे, जिससे यह अनुमान लगाया गया कि तीनों की हत्या कर उनके शवों को जला दिया गया होगा।
वहीं राख में हड्डियों के अवशेष मिलने पर पुलिस ने मृतक दम्पत्ति के बड़े बेटे आरोपी उदित भोई को थाना बुलाकर उससे पूछताछ की लेकिन उदित पुलिस के सभी प्रश्न आसानी से काट रहा था और यह कहता कि, मैंने हत्या की है तो कोई सबूत बताओ। आरोपी की इस भाषा से पुलिस को भी उदित से सच उगलवाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी लेकिन पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की पूरी कहानी पुलिस के सामने उगल दी।
कातिल बेटे ने पुलिस को बताया कि, 8 मई को बसना से किसी अन्य व्यक्ति के मोबाइल से अपने पिता को कॉल कर अपने मोबाइल के खराब होने के कारण नया मोबाइल लेने पैसे मांगे थे। जिसके बाद पिता ने पैसे दिए। वहीं जब दोबारा उसने अपने पिता से पैसे मांगे तो देने से मना कर दिया। जिसके बाद उसने 8 मई को पहले अपने पिता की हत्या की। इसके बाद मां और दादी को भी मार डाला। तीन हत्याओं के बाद शव ठिकाने लगाने उसने सेनेटाइजर का उपयोग कर शव जलाने का प्रयास किया। शव जलाने के लिए आरोपी ने घर के बिस्तर पिल्लों कवर सहित अन्य ज्वलनशील वस्तुओं का उपयोग कर शव जला दिया। इतना ही नहीं आरोपी ने शव जलाने का काम दो दिनों तक किया।
हत्या के बाद प्राचार्य पिता के मोबाइल फोन से अपने परिजनों को मैसेज कर के सब ठीक होने की जानकारी देता था। जबकि दरिंदगी का आलम यह था कि माता-पिता और दादी की लाश जलाने के बाद अस्थियां घर में बिखरी पड़ी रही और हत्यारा संतान उन्हीं के पैसे से घर पर मौज करता रहा और गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा कर परिजनों और पुलिस को गुमराह करता रहा।
महंगे शौक की आदत थी
आरोपी उदित भोई अपने नशे, महंगी शौक और अनुकंपा नियुक्ति पाने की चाहत पूरी करने के लिए इस जघन्य तीहरे हत्याकांड को अंजाम दिया।
बहरहाल महासमुंद पुलिस नें इस जघन्य तीहरे हत्याकांड से पर्दा गिरा दिया है और आरोपी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 302, 201 कार्रवाई करते हुए हत्यारे को जेल दाखिल कर दिया है।