MP के 15 शहर होंगे स्मार्ट, लेकिन राजधानी भोपाल क्यों बाहर?

भोपाल 
 नगर और ग्राम निवेश संचालनालय ने प्रदेशभर के मास्टर प्लान (master plan) पर काम तेज कर दिया है। टीएंडसीपी में मास्टर प्लान पर हुई समीक्षा में 15 शहरों के प्लान की स्थितियों पर चर्चा की, लेकिन भोपाल के प्लान पर पूरी तरह चुप्पी रही। यहां सीहोर मास्टर प्लान ड्राफ्ट को 15 अगस्त, जबकि रतलाम- विदिशा का ड्राफ्ट 30 अगस्त तक तैयार कर संचालनालय भेजने के निर्देश दिए। रीवा के प्लानिंग एरिया को बढ़ाना तय करते हुए इसके लिए भी प्रस्ताव तैयार करने का कहा। संयुक्त संचालक अमित गजभिए ने प्रदेशभर के मास्टर प्लान पर समीक्षा की।

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भोपाल की स्थिति

भोपाल मास्टर प्लान ड्राफ्ट 2031 पूरी प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद लागू होने को तैयार था, लेकिन फरवरी 2024 को शासन ने ड्राफ्ट को रद्द कर 2047 के लिए नए सिरे से प्लान करने के निर्देश दे दिए। अब संयुक्त संचालक सुनीता सिंह 2047 के ड्राफ्ट पर काम कर रही है। शासन स्तर पर प्रजेंटेशन हो चुके हैं, लेकिन जाहिर तौर पर इसे लेकर कोई आदेश निर्देश अब तक नहीं हुए। संयुक्त संचालक टीएंडसीपी अमित गजभिए ने जानकारी देते हुए बताया कि मास्टर प्लान की समीक्षा की गई है। शासन के निर्देश पर ये कवायद की जा रही है। भोपाल को लेकर भी दिशा निर्देश ले रहे हैं।

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ये दिए निर्देश

    बैतूल, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, हरदा, सिवनी, खंडवा, मुलताई, सौंसर शहरों के डिजिटाइज्ड नक्शों का एक माह में सत्यापन हो। यहां नजूलशीट भी डिजिटाइज्ड करने का कहा।

    सर्वे ऑफ इंडिया जबलपुर को दस शहरों के मास्टर प्लान के ड्रोन आधारित नक्शों पर मेपकास्ट से संपर्क कर उनके सुझावों के अनुसार संशोधन करने का कहा।

    देवास- शाजापुर विकास योजना के ड्राफ्ट को चार अगस्त तक डायरेक्ट्रेट को भेजने का कहा।

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    खंडवा मास्टर प्लान के ड्राफ्ट को 20 अगस्त तक डायरेक्ट्रेट भेजें।

    मंदसौर- बड़वानी का ड्राफ्ट 31 जुलाई तक डायरेक्ट्रेट भेजे।

    रीवा प्लानिंग एरिया को बढ़ाया जाएगा। इसका प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा गया।

    नरसिंहगढ़ प्लानिंग एरिया में वन्यजीव अभयारण्य के पारिस्थितिकी संवेदी जोन में गांव शामिल है, परीक्षण करें।

    राघोगढ़-विजयपुर योजना 2041 ड्राफ्ट के बेसमेप मिलने पर एक माह में प्लान तैयार करें।

    डिंडोरी प्लान 2041, खुरई प्लान 2041 को सात दिन में तैयार कर भेजे

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