उर्वशी मिश्रा, उज्जैन/मध्यप्रदेश, 29 सितंबर, 2023
उज्जैन। शहर में 15 वर्षीय किशोरी के साथ हुए दुष्कर्म के मामले का गुरुवार शाम को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। 72 घंटे की पड़ताल और अनेक सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस के 28 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआइटी) ने आरोपित को गिरफ्तार किया। आरोपित ने पूछताछ में दुष्कर्म कुबूल किया। आरोपित ने किशोरी को अकेली देखकर सुनसान जगह ले जाकर दुष्कर्म किया था।
सोमवार को मिली थी पुलिस को सूचना
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि सोमवार सुबह 10:15 बजे महाकाल थाने को सूचना मिली थी कि बड़नगर रोड पर मुरलीपुरा से आगे दांडी आश्रम के समीप एक बालिका लावारिस हालत और घायल हालत में मिली है। मौके पर पहुंचने पर पता लगा कि उसके कपड़े खून से सने हैं। वह कुछ भी ठीक से नहीं बता पा रही थी। इलाज के लिए पहले उसे चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पांच डाक्टरों ने उसका उपचार किया था। जांच में सामने आया कि किशोरी के साथ दुष्कर्म किया गया है। उसे अंदरूनी चोट थी। हालात गंभीर होने पर उसे इंदौर रैफर किया गया। इलाज के बाद उसके स्थिति में सुधार हुआ।
ऐसे आगे बढ़ी जांच
दुष्कर्म की पुष्टि के बाद पुलिस अधीक्षक से एसआइटी को इसकी जांच सौंपी। एसआइटी ने किशोरी जहां-जहां गई, वहां के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। एक हजार से अधिक फुटेज देखे गए।
छह आटो चालकों के संपर्क में आई थी पीड़िता
जांच के दौरान पुलिस को यह पता लगा कि पीड़िता छह आटो चालकों के संपर्क में आई थी। इस आधार पर सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। साथ ही 100 से अधिक लोगों से पुलिस ने जानकारी ली।
यह जानकारी मिली थी पुलिस को
इसी दौरान पुलिस को पता चला कि नानाखेड़ा क्षेत्र में रहने वाला आटो चालक भरत सोनी, जिसके आटो पर अर्जुन लिखा था, पीड़िता को अपने साथ कहीं ले गया था। इस पर पुलिस ने गुरुवार को भरत को हिरासत में लिया। कड़ी पूछताछ के दौरान उसने वारदात करना स्वीकार कर लिया। उस पर मारपीट और लापरवाही से वाहन चलाने के दो केस पूर्व में दर्ज हैं। दुष्कर्म के बाद पीड़िता को आटो चालक राकेश मालवीय ने भी देखा था। पुलिस को सूचना नहीं देने पर राकेश मालवीय पर भी कार्रवाई की जा रही है।
आरोपित ने बताई यह बात
पूछताछ में आरोपित भरत ने बताया कि वह किशोरी को आटो में बैठाकर जीवनखेड़ी स्थित सुनसान स्थान पर ले गया था। वहां दुष्कर्म किया। पुलिस उसे लेकर वारदात स्थल पर निरीक्षण के लिए पहुंची। यहां आरोपित भरत पुलिसकर्मियों को धक्का देकर भागने लगा। इस दौरान उसने पुलिस बल पर पत्थर भी फेंके। भागने के दौरान वह गड्ढे में गिरकर घायल हो गया। पथराव में दो पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी है। फिलहाल आरोपित को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़िता के कपड़े और आटो जब्त किए गए हैं।
मानसिक रूप से कमजोर है दुष्कर्म का शिकार हुई नाबालिग
दुष्कर्म का शिकार हुई नाबालिग सतना के जैतवारा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। वह 24 सितंबर (रविवार) को घर से स्कूल किसी परीक्षा के लिए जाने का कहकर निकली थी, लेकिन घर नहीं लौटी। वह आठवीं की छात्रा है। ग्रामीणों ने बताया कि नाबालिग मानसिक रूप से कमजोर है। जिन लड़कियों के साथ वह स्कूल गई थी, वे परीक्षा देने लगीं और नाबालिग वहां से बस में बैठकर जैतवारा चली गई, फिर उज्जैन पहुंच गई। वह लौटकर नहीं आई तो उसके दादा ने 25 सितंबर को इसकी जानकारी जैतवारा थाना पुलिस को दी और गुमशुदगी दर्ज कराई।
गांव के युवक ने स्वजनों को दी जानकारी
इसी बीच, गांव के एक युवक ने जब अखबार में उज्जैन में दुष्कर्म की शिकार हुई पीड़िता की स्कूल की गणवेश देखी तो उसे संदेह हुआ। उसने गांव लौटकर किशोरी के दादा को इसकी जानकारी दी। कुछ देर बाद सतना पुलिस आई और स्वजन को अपने साथ लेकर उज्जैन रवाना हो गई। किशोरी की मां वर्षों पहले ही कहीं चली गई थी। घर पर पिता, भाई और दादा हैं। पिता नशे के आदी हैं। पुलिस ने किशोरी की उम्र पहले 12 साल बताई थी, बाद में तस्दीक के बाद एफआइआर में उम्र 15 साल लिखी।
खून से सने कपड़े पहने आठ किमी तक पैदल चली
पुलिस के अनुसार पीड़िता सतना से अकेले ही ट्रेन में बैठकर सोमवार तड़के 3.15 बजे उज्जैन पहुंची थी। यहां रेलवे स्टेशन के बाहर देवास गेट पर कुछ आटो वालों से बात की। छह आटो चालकों के संपर्क में आई। इस दौरान कुछ आटो चालक उसे घुमाते रहे। बाद में आटो चालक व आरोपित भरत उसे सुनसान जगह ले गया और दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद नाबालिग खून से सने कपड़े में करीब आठ किमी तक पैदल चली। इस दौरान कुछ लोग उसके संपर्क में आए और उससे उसका पता, नाम पूछा। मगर वह कुछ बता नहीं पाई। सुबह 10 बजे बड़नगर रोड पर दांडी आश्रम पर संचालक राहुल शर्मा ने उससे बात की। बाद में महाकाल थाने पर डायल 100 को सूचना दी।
बच्ची बोली- मेरा मुंह दबा दिया
एफआइआर में बच्ची ने काउंसलर की मदद से अपने बयान में बताया कि रविवार रात को बड़नगर रोड पर एक अज्ञात व्यक्ति आया और मेरा मुंह और गला दबा दिया। इसके बाद मेरे साथ गलत काम किया। मेरे प्राइवेट पार्ट से खून निकलने लगा तो मैं चिल्लाई। इसके बाद फिर मेरा मुंह दबा दिया। इसके बाद भाग गया।
किशोरी की हालत में पहले से सुधार
इंदौर के एमवाय अस्पताल प्रशासन ने बताया कि किशोरी को गंभीर हालत में 26 सितंबर को रैफर किया था और एमटीएच अस्पताल मे भर्ती किया गया। 26 को ही स्त्री रोग विशेषज्ञ, पीडियाट्रिक सर्जन, सर्जन और निश्चेतना विशेषज्ञ की टीम ने उसका आपरेशन किया। आपरेशन के दो दिन बाद उसकी हालत में पहले से सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी डाक्टरों ने उसे अंडर आब्जर्वेशन रखा है, उसकी हालत स्थिर है। मनोरोग विशेषज्ञों द्धारा भी सतत मानीटरिंग की जा रही है। उसे लिक्विड डाइट दी जा रही है।