कोलकाता टेस्ट में गेम बदलेंगे वॉशिंगटन सुंदर! जानें क्यों बन सकते हैं टीम इंडिया के तुरुप का इक्का

नई दिल्ली 
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज के आगाज के लिए कोलकाता का ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स मैदान पूरी तरह तैयार है। दो टेस्ट मैच की सीरीज का पहला मुकाबला इसी मैदान पर शुक्रवार से शुरू होगा। दूसरा टेस्ट गुवाहाटी में खेला जाएगा। ईडन गार्डन्स में भारत के लिए वॉशिंगटन सुंदर तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। वजह ये है कि ये यहां की पिच स्पिनरों के लिए मददगार मानी जाती है।
 
ईडन गार्डन्स में स्पिनरों का ही सिक्का चलता रहा है। हरभजन सिंह यहां के बेताज बादशाह हैं। उन्होंने 7 टेस्ट में सबसे ज्यादा 46 विकेट झटके हैं। यहां सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में दूसरे और तीसरे नंबर पर भी भारत के दो महान स्पिनर ही हैं। अनिल कुंबले के नाम 40 विकेट और बिशन सिंह बेदी के नाम 29 विकेट दर्ज हैं। ईडन गार्डन्स में सबसे सफल तेज गेंदबाज कपिल देव हैं जिन्होंने 27 विकेट झटके हैं।

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वॉशिंगटन सुंदर ने जिस तरह न्यूजीलैंड के खिलाफ होम सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था, उसे देखते हुए वह ईडन में अपनी गेंदबाजी से अफ्रीकी बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 16 विकेट झटके थे। ईडन के स्पिन-फ्रेंडली विकेट पर वह खतरनाक साबित हो सकते हैं। ये सच है कि उनके पास हरभजन सिंह की तरह अपनी फ्लाइट से बल्लेबाजों को चकमा देने में माहिर नहीं हैं और न ही आर अश्विन की तरह उनके पास विविधता है। फिर भी वह जिस अनुशासन से गेंद फेंकते हैं, उससे वो मैच में अहम साबित हो सकते हैं।

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ईडन की पिच शुरुआत में तेज गेंदबाजों को मदद दे सकती है लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, स्पिनरों के लिए ये स्वर्ग बन सकती है। वॉशिंगटन सुंदर गेंद के अलावा बल्ले से भी उपयोगी साबित हो सकते हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में भी उन्होंने बल्ले से योगदान दिया था।

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