जबलपुर
जिले में घरेलू गैस सिलेंडर (एलपीजी) की आपूर्ति इन दिनों चरमरा गई है। खासतौर से हिंदुस्तान पेट्रोलियम कंपनी के सिलेंडरों की किल्लत से उपभोक्ता परेशान हैं। एक सिलेंडर लेने के लिए उपभोक्ता एजेंसियों के सामने घंटों कतार में लगने को मजबूर हैं। 10 हजार सिलेंडरों की वेटिंग होने से घरों तक सप्लाई बीते 20 दिनों से प्रभावित है।
दरअसल, मनेरी स्थित एचपीसीएल के बाटलिंग प्लांट की क्षमता करीब 24 से 25 हजार सिलेंडर प्रतिदिन की है। पाइपलाइन में खराबी और जबलपुर के प्लांट से एलपीजी की खेप भोपाल भेजे जाने से सप्लाई प्रभावित है। यही कारण है घरेलू गैस सिलेंडर उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों का दावा है कि दो-चार दिन में रसोई गैस की किल्लत दूर हो जाएगी और वेटिंग में कमी आएगी।
20 दिन से है संकट
जबलपुर में एचपी कंपनी के गैस सिलेंडर 20 दिनों से उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंच रहे हैं। जो उपभोक्ता सिलेंडर लेने के लिए एजेंसी पहुंच रहे हैं, उन्हें भी घंटों कतारबद्ध होना पड़ रहा है। इनमें से अधिकांश को फिर भी गैस सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है। जिले में करीब साढ़े तीन लाख गैस उपभोक्ता हैं, जिसमें एचपी, भारत और इंडेन एलपीजी गैस कनेक्शन धारक हैं। खाद्य विभाग के मुताबिक एचपी कंपनी के बाटलिंग प्लांट की पाइपलाइन में खराबी आने से मांग और आपूर्ति बाधित हो रही है।
गैस पहुंचाने का टेंडर खत्म हो गया है
सूत्रों के अनुसार जबलपुर और भोपाल समेत प्रमुख शहरों में बने एलपीजी रिफिल प्लांट तक वाहनों की मदद से एलपीजी आती है। कैप्शूलनुमा वाहनों के संचालक का काम निजी कंपनी के पास है। इस कंपनी का भोपाल में गैस पहुंचाने का टेंडर खत्म हो गया है। इस वजह से एचपीसीएल के माध्यम से रिफिल से भरे ट्रक को भोपाल भेजा जा रहा है।


