दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों पर ट्रेन में सफर करना किसी चुनौती से कम नहीं, मिलेगा कन्फर्म टिकट, जाने कैसे

नई दिल्ली
दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों पर ट्रेन में सफर करना किसी चुनौती से कम नहीं है और समस्या तब और बढ़ जाती है जब आपके पास कन्फर्म टिकट न हो। अगर आप भी इस दिवाली या छठ पर अपने घर जाने के लिए उत्सुक हैं और कन्फर्म टिकट बुक करना चाहते हैं, तो यह खबर आपके काम आ सकती है। यात्रियों को राहत देने के लिए और कन्फर्म टिकट पाने में मदद करने के लिए, भारतीय रेलवे (IRCTC) एक खास स्कीम लेकर आया है, जिसे विकल्प स्कीम (Vikalp Scheme) नाम दिया गया है। यह स्कीम वेटिंग लिस्ट वाले टिकट के साथ फंसे यात्रियों को राहत प्रदान करती है। यह स्कीम उसी रूट पर चल रही अल्टरनेट ट्रेनों में कन्फर्म सीट पाने में मदद करती है। ध्यान रहें कि यह स्कीम कन्फर्म टिकट मिलने की गारंटी नहीं देती है।

क्या है Vikalp Scheme?
विकल्प स्कीम IRCTC की एक पहल है, जिसे यात्रियों को अल्टरनेट ट्रेनों का विकल्प प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिन्हें अपनी मूल ट्रेन में कन्फर्म सीट नहीं मिल पाती है। यह स्कीम फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करेगी, जिससे वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को उसी रूट पर उपलब्ध सीटों वाली अल्टरनेट ट्रेनों में ट्रांसफर किया जाता है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि विकल्प स्कीम का चयन करने से कन्फर्म सीट मिलने की गारंटी नहीं मिलती। इससे केवल कन्फर्म सीट मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

ये भी पढ़ें :  खुलासा :औरंगजेब जैसे क्रूर शासक के लिए सरकार सालभर में 2 लाख रुपये खर्च करती

IRCTC की Vikalp Scheme कैसे काम करती है?
जब कोई यात्री विकल्प स्कीम का विकल्प चुनता है, तो उसकी वेटिंग लिस्ट वाली टिकट को किसी अन्य ट्रेन में शिफ्ट कर दिया जाता है, जिसमें सीटें उपलब्ध हैं और जो मूल रूप से निर्धारित डिपार्चर के 12 घंटे के भीतर चल रही हैं। यह सुविधा/स्कीम विशेष रूप से दिवाली और छठ जैसे सबसे व्यस्त त्योहारों के दौरान उपयोगी साबित होती है, जब लोग अंतिम समय में टिकट कन्फर्म होने की उम्मीद में रहते हैं, जो काफी रेयर होता है। यदि किसी अल्टरनेट ट्रेन में सीट उपलब्ध हो जाती है तो यात्री का टिकट ऑटोमैटिकली उसमें कन्फर्म हो जाता है। हालांकि, यदि टिकट कन्फर्म हो गया है और बाद में उसे कैंसिल किया जाता है, तो स्टैंडर्ड कैंसिलेशन चार्ज वसूला जाता है।

हालांकि IRCTC की विकल्प स्कीम से कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना को बढ़ाने में मदद मिल सकती है, लेकिन उपलब्ध विकल्पों के आधार पर यात्रियों को अपने बोर्डिंग या डेस्टिनेशन स्टेशन को पास के अल्टरनेट स्टेशनों पर शिफ्ट करना पड़ सकता है। यह फ्लेक्सिबिलिटी उस परेशानी को कम करने में मदद करेगी, जो अक्सर बड़े त्योहारों में यात्रा के दौरान वेटिंग लिस्ट वाली बुकिंग के साथ जुड़ी होती है।

ये भी पढ़ें :  एनआईए द्वारा तहव्वुर राणा से प्रतिदिन लगभग आठ से दस घंटे की जा रही पूछताछ

Vikalp Scheme का उपयोग कैसे करें?
यहां हम आपको IRCTC ट्रेन टिकट बुक करते समय Vikalp Scheme को सिलेक्ट करने का स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस बता रहे हैं:

1. IRCTC की वेबसाइट या ऐप पर जाएं और लॉग इन करें।

2. अपनी यात्रा की तारीख, सोर्स, डेस्टिनेशन और क्लास चुनें।

3. पैसेंजर डिटेल दर्ज करें और अपनी बुकिंग को कन्फर्म करने के लिए भुगतान करें।

4. संकेत मिलने पर, विकल्प स्कीम विकल्प चुनें।

5. यहां अल्टरनेट ट्रेनों की एक लिस्ट दिखाई जाएगी। यदि उपलब्ध हो तो अल्टरनेट ट्रेन चुनें।

6. चार्ट तैयार होने के बाद, अपनी पीएनआर स्टेटस चेक करें कि क्या अल्टरनेट ट्रेन में आपकी बुकिंग कन्फर्म हुई है।

Vikalp Scheme के खास फीचर्स:
1. यह केवल मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए उपलब्ध है।

ये भी पढ़ें :  सिंधु जल संधि सस्पेंड होने के बाद पाकिस्तान पर संकट के बादल ,बाढ़ या सूखा दोनों से हाहाकार मचना तय

2. यह स्कीम केवल वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों पर लागू होती है।

3. इस स्कीम में शामिल होने के लिए कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना पड़ता है।

4. विकल्प चुनने वाले यात्रियों को स्वचालित रूप से अल्टरनेट ट्रेनों के लिए विचार किया जाता है।

5. एक बार अल्टरनेट ट्रेन में शिफ्ट होने के बाद, यात्री मूल ट्रेन में सवार नहीं हो सकते।

इस दिवाली Vikalp Scheme चुनने के फायदे:
फेस्टिव सीजन के दौरान यात्रियों को अक्सर वेटिंग लिस्ट वाली टिकट की परेशानी का सामना करना पड़ता है। विकल्प स्कीम कन्फर्म सीट की संभावना बढ़ाकर राहत प्रदान करती है:

1. कन्फर्म टिकट की अधिक संभावना: वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अल्टरनेट ट्रेनों में सीट मिलने की अधिक संभावना होती है।

2. कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं (ज्यादातर): यात्रियों को केवल अपने मूल टिकट के लिए भुगतान करना होता है, अल्टरनेट ट्रेन के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होता।

3. फ्लेक्सिबिलिटी: यह स्कीम सीट उपलब्धता के आधार पर अल्टरनेट ट्रेनों में ईजी ट्रांसफर को सक्षम बनाती है, जिससे व्यस्त ट्रैवल सीजन के दौरान पुनः बुकिंग की परेशानी कम हो जाती है।

Share

क्लिक करके इन्हें भी पढ़ें

Leave a Comment