विधायकों के आवासों पर 16 नवंबर को हुई तोड़फोड़ तथा आगजनी की घटना में शामिल होने के आरोप में दो गिरफ्तार

इंफाल
इंफाल घाटी में विधायकों के आवासों पर 16 नवंबर को हुई तोड़फोड़ तथा आगजनी की घटना में शामिल होने के आरोप में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मामले में दो और लोगों की गिरफ्तारी के साथ अब तक कुल 34 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

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पुलिस ने कहा कि वह इंफाल घाटी के विभिन्न इलाकों में 16 नवंबर को हुई आगजनी की घटनाओं के संबंध में प्राप्त सूचनाओं की जांच कर रही है तथा अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि विधायकों के आवासों पर तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं की जांच जारी है।

मणिपुर में उस दौरान हिंसा बढ़ गई जब सुरक्षाबलों और संदिग्ध कुकी-जो उग्रवादियों के बीच 11 नवंबर को हुई मुठभेड़ में 10 उग्रवादी मारे गए थे। इसके बाद से मेइती समुदाय के तीन बच्चे एवं तीन महिलाएं लापता हो गई थीं। 16 और 17 नवंबर को इन सभी के शव बरामद किए गए जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने इंफाल घाटी में हिंसक प्रदर्शन किया।

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भीड़ ने इंफाल घाटी के विभिन्न जिलों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन विधायकों तथा कांग्रेस के एक विधायक के आवास को आग लगा दी थी जिसके बाद यहां अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया। पिछले साल मई से इंफाल घाटी के मेइती और पहाड़ियों पर रहने वाले कुकी-जो समुदाय के बीच जारी जातीय हिंसा में अब तक कम से कम 258 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।

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