एटीआर प्रबंधन की नई पहल, वन्य प्राणी विचरण बोर्ड के साथ हाथी प्रभावित क्षेत्र की दी सूचना

बिलासपुर

अचानकमार टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने वन्य प्राणियों की सुरक्षा को लेकर एक नई पहल की है। यह पहल सुरक्षा में मदद कर रही है। इसके साथ ही पर्यटकों के बीच उत्साह का माहौल बन रहा है। इसके लिए प्रबंधक ने टाइगर रिजर्व के भीतर पर्यटन मार्ग से लेकर कई जगहों पर वन्य प्राणी विचरण क्षेत्र का बोर्ड लगाया है। हाथी प्रभावित क्षेत्र की सूचना भी दी जा रही है, ताकि पर्यटकों के अलावा ग्रामीण भी सजग रहे।

टाइगर रिजर्व के अंदर बड़ी संख्या में बोर्ड लगाए जा रहे
पर्यटकों की सुविधा और भ्रमण का भरपूर लुत्फ दिलाने के लिए प्रबंधन ने लगातार कुछ न कुछ नया करने का प्रयास कर रहा है। यह प्रयास वन्य प्राणियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। इसी के तहत ही टाइगर रिजर्व के अंदर बड़ी संख्या में बोर्ड लगाए जा रहे हैं।

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पीले रंग के इस सूचना बोर्ड को बेहद आकर्षक बनाया गया है। उसमें वन्य प्राणियों की तस्वीर है और टाइगर रिजर्व का नया लोगो भी है। ताकि इस बात की जानकारी रहे कि यह अधिकृत बोर्ड है और प्रबंधन की ओर से ही लगाए गए हैं। कुछ बोर्ड में वन्य प्राणी विचरण के साथ हाथी प्रभावित क्षेत्र की सूचना दी गई है। दरअसल एटीआर में हाथियों को मूमेंट है।

हार्न न बजाने व गति सीमा की जानकारी भी
नए बोर्ड में पर्यटकों को बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र में हार्न न बजाए, इससे वन्य प्राणी प्रभावित हो सकते हैं। इसके अलावा 20 किमी की गति से चलने का निर्देश भी दिया गया, ताकि वाहन से किसी भी वन्य प्राणी को नुकसान न पहुंचे। इससे पहले पीडब्ल्यूडी से निवेदन कर सकरी बोर्ड से लेकर एटीआर तक बोर्ड लगाए गए। जिसके जरिए एटीआर पहुंचने की राह पर्यटकों के लिए आसान हो गई है।

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पर्यटकों एटीआर आ रहा पसंद
अचानकमार टाइगर रिजर्व पर्यटकों पसंद आ रहा है। यहां पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले साल नवंबर माह में पर्यटकों की संख्या 650 थी। इस वर्ष नवंबर माह में 825 पर्यटकों की उपस्थिति दर्ज की गई है। इतना ही नहीं राजस्व में 25 फीसद इजाफा भी हुआ है। प्रबंधन इस आंकड़े से खुश है और बेहतर प्रबंधन का प्रयास कर रहा है। बेहतर प्रबंधन के कारण ही पर्यटक को टाइगर रिजर्व का भ्रमण पसंद आ रहा है।

एटीआर पहुंचे पीसीसीएफ, विस्थापन पर जनप्रतिनिधयों से की चर्चा
पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ सुधीर अग्रवाल गुरुवार को अचानकमार टाइगर रिजर्व पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गांवों के विस्थापन व बाघ, हाथी सहित अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा के संबंध में अधिकारियों और कोर एरिया के जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की।

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बैठक में विस्थापन के संबंध में गांव के जनप्रतिनिधियों से उनकी इच्छा एवं समस्याओं के बारे में जानकारी ली। उनके समाधान के संबंध में व्यापक चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त शिवतराई स्थित बैगा रिसार्ट पहुंचे पर्यटक से मुलाक़ात की और इको टूरिज्म के संबंध में प्रबंधन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा भी की। बाघ और हाथी को केंद्र में रखकर प्रत्येक स्तर पर सिक्युरिटी मानिटरिंग के लिए निर्देशित किया।

गांवों में वन्यजीव मुआवजा प्रकरण में तेज़ी लाकर वन्यजीवो की सुरक्षा में ग्रामीणों की भागीदारी बढ़ाने आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा। बैठक वन्य प्राणी सीसीएफ मनोज पांडेय, डिप्टी डायरेक्टर गणेश यू आर उपस्थित रहे।

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