नई दिल्ली
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने बड़ा ऐलान किया है. पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने शनिवार को कहा कि आम आदमी पार्टी महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी, लेकिन दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल महाविकास अघाड़ी के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे.
हरियाणा चुनाव का असर: हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन न करके राजनीतिक खामियाजा उठाया. जिससे पार्टी की भी अधिकतर सीटों पर जमानत जब्त हो गई. इस हार के बाद AAP ने महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है. राजनीतिक विश्लेषक अजीत शुक्ला का मानना है कि आम आदमी पार्टी का चुनाव मैदान से दूर रहना इंडिया गठबंधन के लिए फायदेमंद साबित होगा.
राजनीतिक रणनीति का इशारा: AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल अब झारखंड और महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार करेंगे. माना जा रहा है कि उनका यह कदम गठबंधन के भीतर एकता बढ़ाने और वोटों को एकत्रित करने में सहायक होगा. महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं.
2019 के चुनावों का पूर्वावलोकन: उल्लेखनीय है कि AAP ने 2019 में महाराष्ट्र में 24 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सभी सीटों पर पार्टी के प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आम आदमी पार्टी इस बार चुनाव मैदान में होती तो इससे वोटों का बंटवारा होता और इंडिया गठबंधन को सीधा नुकसान होता.
आगे का चुनावी पथ: जब आम आदमी पार्टी झारखंड और महाराष्ट्र में चुनाव नहीं लड़ती है तो संभावना है कि वोट बैंक प्रभावित नहीं होगा और बेहतर एकजुटता के साथ इंडिया गठबंधन की ताकत बढ़ेगी. इसी तरह झारखंड में भाजपा और इंडिया गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है, जहां AAP का दूर रहना भाजपा के लिए और मुश्किल पैदा कर सकता है.
हालांकि इससे पहले चर्चा थी कि आम आदमी पार्टी महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव लड़ सकती है. खबरों की मानें तो पार्टी एक सीट पर अपना उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही थी. आप मालाबार हिल से अपना उम्मीदवार उतारने की प्लानिंग में थी. हालांकि अब पार्टी की तरफ से महाराष्ट्र चुनाव नहीं लड़ने का आधिकारिक ऐलान कर दिया गया है.
हमें मिला था एक सीट का ऑफर- आप
महाराष्ट्र में आप के चुनाव ना लड़ने की घोषणा पर दिल्ली सरकार में मंत्री और आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, "हमारे गठबंधन के साथी शरद पवार और उद्धव ठाकरे दोनों का बड़प्पन है कि उन्होंने महाराष्ट्र में गठबंधन का धर्म निभाते हुए हमें एक सीट देने की पेशकश की थी. लेकिन आम आदमी पार्टी वो पार्टी नहीं है जो सिर्फ चुनाव लड़ने के लिए ही चुनाव लड़ती है या फिर अपने ईगो के लिए सीटें मांगती हो. हमें लगता है कि हम जहां अच्छा कर सकते हैं जहां हमें लगता है कि बीजेपी को हराने में हम अहम भूमिका निभा सकते हैं वहां पार्टी चुनाव लड़ती हैं."
उन्होंने आगे कह, "हमारा यह मानना है कि हमारे गठबंधन के साथी अच्छा चुनाव लड़ सकते हैं महाराष्ट्र के अंदर. उनके चुनाव लड़ने से बीजेपी को नुकसान हो सकता है. इसलिए हमने कहा है कि हम उनके लिए प्रचार करेंगे लेकिन हम चुनाव नहीं लड़ेंगे."