स्कूलों में बच्चों को मारना पीटना अपराध की श्रेणी, बेरहमी शिक्षिका ने 4 साल के बच्चे को एक मिनट के अंदर ही 7 थप्पड़ जड़े

कानपुर
स्कूलों में बच्चों को मारना पीटना अपराध की श्रेणी में आता है। लेकिन यूपी के कानपुर जिले में एक बेरहमी शिक्षिका ने 4 साल के बच्चे को एक मिनट के अंदर ही 7 थप्पड़ जड़ दिया। छुट्टी के बाद बच्चा जब स्कूल से घर पहुंचा तो परिजनों से गाल पर थप्पड़ के निशान की वजह पूछी तो बच्चा फफक पड़ा और बताया कि मैम ने बाल पकड़कर थप्पड़ों से पीटा है।

पूरा मामला जिले के फीलखाना थाना क्षेत्र के एक स्कूल की है, यहां के निवासी दीपक तुलसीयान ने बताया कि उनका 4 साल बेटा बिरहाना रोड स्थित लॉफ्टीवेल किड्स स्कूल नर्सरी में पढ़ाई करता है। परिजनों ने आरोप लगाया कि सोमवार को बेटा विद्यालय से घर पहुंचा तो उसके गाल पर थप्पड़ के लाल निशान पड़े थे। वह जब घर आया तो बहुत डरा सहमा हुआ है। जब उन्होंने बच्चे से पूछा तो उसने विद्यालय की शिक्षिका रितिका द्वारा पीटने की जानकारी दी।

ये भी पढ़ें :  मध्यप्रदेश में विकसित हो रहा है फ्यूचर रेडी इंफ्रास्ट्रक्चर : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

42 सेकेंड के भीतर 7 थप्प़ड़
थप्पड़ मारने की बात पता चलते ही पीड़ित बच्चे के पिता अपनी पत्नी के साथ स्कूल पहुंचे और हंगामा खड़ा कर दिया। दीपक की सूचना पर फीलखाना थाने की पुलिस भी मौके पर जांच करने पहुंची। प्रिंसिपल ऋतु कपूर ने पुलिस और पैरेंट्स के सामने सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो वह भी दंग रह गईं। वीडियो में शिक्षिका रितिका ने 42 सेकेंड के भीतर दो राउंड में बाल नोचकर बच्चे को बेरहमी से पीटती नजर आईं।

ये भी पढ़ें :  आंगनबाड़ी बहनों को मिलेगा स्मार्टफोन, बढ़ेगा मानदेय- सीएम योगी

हाथ जोड़कर शिक्षिका और प्रिंसिपल ने मानी गलती
परिजनों ने जब थप्पड़ मारने को लेकर हंगामा किया पुलिस आ गई तो शिक्षिका और स्कूल प्रबंधक तुरंत अपनी गलती स्वीकरते हुए नतस्तक हो गए। थाने में दोनों पक्षों को बैठाकर बातचीत की गई तो शिक्षिका और प्रिंसिपल हाथ जोड़कर गलती मानने लगीं। इसके बाद शिक्षिका को नौकरी से निकालने पर परिजन शांत हुए। इसके बाद पुलिस को दी हुई तहरीर भी वापस ली।

ये भी पढ़ें :  लखनऊ के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना एक्शन मोड में , सुबह-सुबह पलटन लेकर निरीक्षण पर निकले

 

Share

क्लिक करके इन्हें भी पढ़ें

Leave a Comment