कोटा
जिले में अपनी ही बहू से छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार हुए आरोपी ससुर की मुश्किलें अब बढ़ने लगी हैं। कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपी ससुर को कोर्ट ने 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। मामले में 2 अगस्त को पीड़िता ने अपने ससुर के खिलाफ रामगंज मंडी थाने में छेड़छाड़ का मामला दर्ज करवाया था। आरोपी ससुर बीजेपी का नेता भी है। इस पूरे प्रकरण के दौरान पीड़िता और उसके परिवार जनों को धरना प्रदर्शन भी करना पड़ा था।
थाना अधिकारी मनोज सिकरवार ने बताया कि पीड़िता ने 2 अगस्त को थाने में एक रिपोर्ट दी थी। जिसमें उसने आरोप लगाया था कि उसका 55 वर्षीय ससुर दो सप्ताह पहले रात के समय उसके कमरे में आ गया और छेड़छाड़ की। मामले में पुलिस ने प्रकरण दर्ज करके अनुसंधान शुरू कर दिया था और आरोपी ससुर पर आरोप तय होने के बाद उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया।
पीड़िता ने अपने बयान में यह भी बताया था कि उसने अपनी सास को भी इस बारे में जानकारी दी थी लेकिन सास ने मामले को नजर अंदाज कर दिया। पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले में कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई है और आरोपी ससुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी को 6 महीने हुए हैं। पति जयपुर में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। घटना के बाद पीड़ित अपने पीहर चली गई थी लेकिन समझाइश के बाद वापस ससुराल आ गई। पीड़िता का कहना है कि वापस ससुराल आने के बाद भी ससुर अपनी हरकतों से बाज नहीं आए और लगातार पीड़िता के साथ छेड़छाड़ करते रहे जिससे पीड़िता मानसिक तनाव में आ गई।
पीड़िता के परिवारजनों का कहना है कि मामले में पुलिस ने पहले लापरवाही बरती थी। इसके बाद पीड़िता ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर आपबीती बताई। इसी बीच कांग्रेस के पदाधिकारियों को भी पूरे मामले में भाजपा नेता और आरोपी ससुर को घेरने का मौका मिल गया। इसके बाद कांग्रेस भी पीड़िता के समर्थन में आ गई और ससुर की गिरफ्तारी की मांग करने लगी।