लवकुश चौराहा पर 174 करोड़ की लागत से डलब डेकर फ्लाईओवर बनाया जा रहा है, एक साल में होगा तैयार

इंदौर
लवकुश चौराहा पर बनाए जा रहे डबल डेकर फ्लाईओवर के पियर तैयार होने के बाद स्पान पर सेगमेंट की लांचिंग का काम एक सप्ताह पहले शुरू किया गया था। एक स्पान पर 1500 टन वजनी 13 सेगमेंट रखने का काम पुरा कर लिया गया है। अब ग्लू लगाकर स्टेचींग की जाएगी। इसके साथ ही कुसवेरियर और मेडीयन का काम भी होगा। फ्लाईओवर के स्पान पर एक साल में 30 हजार टन वजन के 247 सीमेंट के सिगमेंट रखे जाएंगे। इंदौर विकास प्राधिकरण (आइडीए) द्वारा लवकुश चौराहा पर 174 करोड़ की लागत से डलब डेकर फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। इसके 39 पीयर तैयार होने के बाद अब सेगमेंट रखने का काम शुरू किया गया है।
 
एक साल चलेगा सेगमेंट रखने का काम
24 स्पान पर सीमेंट और स्टील के स्पान रखे जाएंगे। एक स्पान में 13 सेगमेंट रखे जाएंगे और एक माह में दो स्पान में सेगमेंट रखने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अनुसार स्पान पर सेगमेंट रखने का काम एक साल चलेगा। सेगमेंट का निर्माण सुपर कारिडोर पर ही किया जा रहा है। अब तक 60 सेगमेंट बनाए जा चुके है।

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रात में होगा सेगमेंट रखने का काम
आइडीए सीईओ आरपी अहिरवार का कहना है कि पियर पर सेगमेंट रखने का काम रात्रि में किया जाना तय किया गया है, ताकि आवागमन बाधित नहीं हो और रखने का काम आसानी से पूरा हो सके। एक साल में इसका निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा।

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25 मीटर चौड़ा है सीमेंट का एक सिगमेंट
लवकुश फ्लाईओवर पर रखे जाने वाले सीमेंट के एक सेगमेंट की चौड़ाई 27 मीटर और वजन 120 टन हैं। इसके अनुसार 13 स्पान की चौड़ाई 351 मीटर और वजन 1560 टन होगा। सेगमेंट में लगे सरीयों की मदद से डिवाइडर बनाया जाएगा। सभी सेगमेंट रखने के बाद ब्लेंसिंग कर ऊपर सिर्फ डामर की डबल परत चढ़ाई जाएगी।

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चौराहे पर सबसे बड़ी स्टील गर्डर लगेगी
लवकुश चौराहा पर डबल डेकर फ्लाईओवर में 65 मीटर लंबी स्टील की गर्डर लगाई जाएगी। यह गर्डर अब तक की सबसे लंबी गर्डर होगी। यह गर्डर 23 मीटर ऊंचाई पर मुख्य चौराहे पर लगेगी। इसके अलावा दोनों तरफ दो-दो स्पान में 40 मीटर लंबी स्टील की गर्डर भी लगेगी। यह गर्डर अहमदाबाद और चंदीगड़ में बन रही है और इंदौर पहुंचने लगी है। यहां इनको जोड़ने का कार्य किया जाएगा।

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