Delhi-Mumbai Expressway : दिल्ली से दो घंटे में जयपुर और 12 घंटे में मुंबई, पीएम करेंगे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उद्घाटन

 

नेहा शर्मा, नई दिल्ली, 31 जनवरी, 2023

 

अगले महीने के पहले हफ्ते से सड़क मार्ग से दिल्ली और जयपुर का सफर बेहद आसान हो जाएगा। आप देश की राजधानी दिल्ली से राजस्थान की राजधानी जयपुर तक की यात्रा महज दो घंटे में पूरी कर सकेंगे। इतना ही नहीं अगले साल के मार्च से सड़क मार्ग से दिल्ली से मुंबई का सफर 24 घंटे की जगह सिर्फ 12 घंटे में पूरा होगा।

12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दौसा जिले के नांगल राजावतान में दिल्ली-दौसा एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करेंगे। साथ ही प्रदेश को 3 रेल परियोजनाओं की सौगात भी देंगे। मोदी इस दौरान जयपुर जंक्शन और गांधीनगर रेलवे स्टेशन के री-डवलपमेंट कार्य का वर्चुअली शिलान्यास करेंगे । दोनों स्टेशन करीब 800 करोड़ रुपए की लागत से भोपाल के कमलापति स्टेशन की तर्ज पर विकसित किए जाएंगे। जोधपुर मंडल के जोधपुर-लूणी-मारवाड़ ट्रैक के विद्युतीकरण का भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे।

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जयपुर-दिल्ली के बीच सफर 2 घंटे कम होगा

प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के सोहना-दौसा खंड का उद्घाटन करेंगे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कार्यक्रम में रहेंगे। इस रूट के जरिए जयपुर और दिल्ली के बीच का सफर लगभग 2 घंटे कम होगा। दिल्ली और जयपुर के बीच की दूरी लगभग 270 किलोमीटर है। पहले फेज में हरियाणा के सोहना से राजस्थान के दौसा के बीच ट्रैफिक शुरू होगा। सोहना से दौसा के बीच की दूरी 225 किलोमीटर है।

 

भारतमाला परियोजना के पहले फेज का हिस्सा है यह रूट

सोहना हरियाणा ज़िले में है और दौसा राजस्थान में है। सोहना-दौसा खंड नई दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का पहला फेज है। ,दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे होगा। जो करीब 1390 किलोमीटर लंबा रहेगा। यह एक्सप्रेस वे दिल्ली और मुंबई के बीच की यात्रा के समय को भी 24 घंटे से घटाकर 12 घंटे कर देगा। यह मार्च 2023 तक पूरा होने की संभावना है। इसे ‘भारतमाला प्रोजेक्ट’ के पहले फेज के हिस्से के तौर पर बनाया जा रहा है।

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8 लेन का एक्सप्रेस वे, 12 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा

दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस वे अभी 8 लेन का है, इसे 12 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा। यह एक्सप्रेस वे 5 राज्यों-दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात से गुजरेगा। इससे आगामी दिनों में कई राज्यों की दूरी कम होगी। एक्सप्रेस वे बनकर शुरू होने के बाद राजस्थान की राजधानी जयपुर से दिल्ली और जयपुर से मुम्बई आने-जाने वालों को बहुत बड़ा फायदा मिलेगा। इससे समय की भी बचत होगी और वाहनों का फ्यूल भी बचेगा।
1 लाख करोड़ रुपए लागत आएगी

दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे के निर्माण पर करीब 1 लाख करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। इसके निर्माण में 12 लाख टन स्टील का इस्तेमाल हो रहा है, जो 50 हावड़ा ब्रिज के बराबर है। इसमें 35 करोड़ क्यूबिक मीटर मिट्टी और 80 लाख टन सीमेंट का इस्तेमाल किया जाएगा। हाइवे पर हर 500 मीटर पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा होगा। एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ 40 लाख पेड़ लगाए जाने की भी स्कीम तैयार की गई है।

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टोल के लिए रुकना नहीं पड़ेगा

खास बात यह बताई जा रही है कि इस एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स कटवाने के लिए लाइन में लगने या गाड़ी रोकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पूरे एक्सप्रेस वे पर नंबर प्लेट रीडर (NPR) कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो चलते वाहन का फास्ट टैग और गाड़ी की नंबर प्लेट को स्कैन कर लेंगे। जिससे चलती गाड़ी में ही टोल कट जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय पहले ही टोल रेट्स को मंजूरी दे चुका है। इस एक्सप्रेस वे पर रेस्टोरेंट, फूड कोर्ट, रिजॉर्ट्स, शॉपिंग मॉल, फ्यूल स्टेशन, सुलभ फैसिलिटीज समेत कई सुविधाएं वाहन चालकों और यात्रियों को मिलेंगी।

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