उज्जैन
महाकाल मंदिर (Mahakal Mandir) के अन्नक्षेत्र में अब भक्तों को सुबह नाश्ते में पोहा मिलेगा। एक-दो दिन में नई व्यवस्था शुरू होगी। कुछ समय बाद पोहा के साथ जलेबी या लड्डू के रूप में एक मिष्ठान भी परोसा जाएगा। नए सिरे से मैन्यू निर्धारित करने की भी योजना है।
बता दें सुबह नाश्ते में पोहा वितरण की योजना पहले भी थी, लेकिन इसे भक्तों का प्रतिसाद नहीं मिला और समिति को योजना बंद करना पड़ी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा देशभर से भगवान महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को नाश्ता व भोजन उपलब्ध कराने की है। इसके लिए अन्नक्षेत्र में सुधार व विस्तार की योजना बनाई जा रही है।
एक-दो दिन में गर्मा-गर्म नाश्ता
मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में सुरेंद्र सिंह अरोरा, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह व मंदिर के अधिकारियों के साथ दो-तीन दौर की बैठक कर चुके हैं। ताजा बैठक में भस्म आरती में शामिल होने वाले दर्शनार्थियों के साथ सुबह दर्शन करने आने वाले भक्तों को पोहे का नाश्ता कराने का निर्णय लिया गया।
इस पर अमल शुरू हो गया है, एक-दो दिन में भक्तों को गर्मा-गर्म नाश्ता मिलने लगेगा। इससे लिए दर्शनार्थियों को निर्गम द्वार तथा महाकाल महालोक स्थित काउंटर से कूपन लेकर अन्नक्षेत्र में प्रवेश करना होगा।
मेन्यू का निर्धारण होगा
बताया जाता है बैठक में अन्नक्षेत्र में प्रसादी का मेन्यू फिर से निर्धारित करने का निर्णय भी लिया गया है। भक्तों को कम तेल व कम मिर्च मसाले का सात्विक भोजन प्रसाद ही मिलेगा।
प्रतिदिन सब्जी, दाल आदि बदल-बदल कर परोसे जाएंगे। अभी दानदाता जो सब्जी दान कर देते हैं, अन्नक्षेत्र प्रबंधन उसे ही बना देता है। ऐसे में कई बार भक्तों को कई दिन तक लगातार लौकी, गिलकी खिलाई जाती है।
महाकाल अन्नक्षेत्र में भक्तों को सुबह के समय पोहे का नाश्ता कराया जाएगा। एक दो दिन में नई योजना शुरू होगी। आने वाले दिनों में एक मीठा भी परोसा जाएगा। अन्नक्षेत्र का मैन्यू भी तय होगा। -एसएन सोनी, उप प्रशासक, महाकालेश्वर मंदिर