भोपाल.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजनरी नेतृत्व में स्किल इंडिया के तहत युवाओं को कौशल की आधुनिक तकनीकी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। युवाओं को प्रशिक्षण के लिये सिंगापुर के सहयोग से एशिया के एकमात्र विश्वस्तरीय संत शिरोमणी रविदास ग्लोबल स्किल पार्क का निर्माण किया गया। यहॉ वैश्विक मानकों के अनुरूप एडवांस्ड तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाता है। कौशल विकास एवं प्रशिक्षण के क्षेत्र में नवाचारों एवं एडवांस्ड ट्रेड्स की जानकारी लेने उत्तर प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल के साथ संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल पार्क में के अधिकारियों के साथ चर्चा की। कौशल विकास एवं रोजगार सचिव राजेन्द्रन रघुराज एवं अधिकारियों ने जीएसपी की कार्यप्रणाली, पाठ्यक्रमों, इंडस्ट्री कनेक्ट, एडमिशन प्रक्रिया, पोस्ट प्लेसमेंट सपोर्ट और डिमांड बेस्ड स्किल ट्रेनिंग और नवाचारों की विस्तृत जानकारी दी।
मंत्री टेटवाल एवं मंत्री अग्रवाल एवं ने जीएसपी की विश्वस्तरीय प्रयोगशालाओं, क्लास रूम्स, ऑडिटोरियम सहित पूरे संस्थान का भ्रमण किया। मंत्री द्वय ने क्लास रूम में पहुँचकर विद्यार्थियों से संवाद किया। विद्यार्थियों ने अपनी शिक्षण पद्धतियों और अनुभवों को साझा किया। मंत्री द्वय ने विद्यार्थियों को निरंतर प्रगति के लिये प्रेरित किया। मंत्री अग्रवाल जीएसपी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे उ.प्र. के विद्यार्थियों से मिले और सबके साथ ग्रुप फोटो खिंचवाया।
मंत्री द्वय ने इस बात पर बल दिया कि ग्लोबल स्किल पार्क तक विद्यार्थियों को लाने के लिये प्रयासों को और सशक्त बनाना होगा। साथ ही इंडस्ट्री के विभिन्न सेक्टर्स की मांग के अनुरूप तय समय-सीमा में विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने की जरूरत पर बल दिया। विद्यार्थियों के प्लेसमेंट के साथ ही प्लेसमेंट के बाद भी नियमित फॉलो-अप और पोस्ट-प्लेसमेंट निगरानी को संस्थान की प्राथमिकताओं में शामिल करने के निर्देश दिये।
यूपी के मंत्री अग्रवाल ने कहा कि यह संस्थान एशिया में अपनी तरह का एकमात्र विश्वस्तरीय केंद्र है, जो युवाओं को वैश्विक मानकों के अनुसार कौशल प्रशिक्षण देकर उनके जीवन को नई दिशा दे रहा है। मंत्री अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश से विद्यार्थियों एवं फैकल्टी को प्रशिक्षण लेने के लिये नियमित रूप से जीएसपी में भेजा जायेगा। उन्होंने जीएसपी की एडमिशन प्रक्रिया एवं फीस की जानकारी भी ली। यूपी मंत्री अग्रवाल ने आईटीआई गोविंदपुरा का भी भ्रमण किया। उन्होंने मंत्री टेटवाल एवं जीएसपी स्टाफ को जनवरी में प्रयागराज होने वाले कुंभ के लिये भी आमंत्रित किया।
मंत्री टेटवाल ने कहा कि यह संस्थान युवाओं के कौशल विकास के साथ-साथ उनके सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार माना। उन्होंने इसे एक ऐसा प्लेटफॉर्म बताया जो तकनीकी शिक्षा और रोजगार के बीच सेतु बन रहा है। मंत्री टेटवाल ने कहा कि यह सहयोग ही है कि जब मैं अयोध्या गया था उसी दिन उत्तरप्रदेश के कौशल विकास मंत्री अग्रवाल का भी आना हुआ। तभी मैंने मंत्री अग्रवाल से जीएसपी के भ्रमण के लिये आग्रह किया था। उन्होंने मेरे आग्रह को सहर्ष स्वीकार किया और वे अपनी टीम के साथ यहां आए।
म.प्र. और यू.पी. के कौशल विकास मंत्रियों के बीच हुई यह बैठक मध्य और उत्तर भारत के बीच कौशल विकास में साझेदारी की एक नई शुरुआत है। दोनों राज्यों के मंत्रियों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि मिलकर युवाओं के लिए नए अवसरों का निर्माण किया जाएगा। विद्यार्थियों में जोश और भविष्य के लिए उम्मीदों के साथ, यह दिन कौशल विकास के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभरा।
सचिव आर. रघुराज ने बताया कि यह संस्थान इंडस्ट्री की मांग के अनुसार विभिन्न एडवांस्ड ट्रेड्स में प्रशिक्षण दे रहा है। साथ ही विभिन्न इंडस्ट्री के प्रशिक्षक भी यहां आकर एडवांस्ड ट्रेड्स का प्रशिक्षण लेते हैं। कई उत्कृष्ट औद्योगिक संस्थान जीएसपी के पार्टनर के रूप में भी कार्य कर रहे हैं।
बैठक में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता के प्रमुख सचिव आलोक कुमार, प्रशिक्षण एवं रोजगार निदेशालय की निदेशक श्रीमती नेहा प्रकाश, प्रशिक्षण एवं रोजगार निदेशालय के अपर निदेशक मनपाल सिंह साथ ही मध्यप्रदेश के कौशल विकास एवं रोजगार के अपर सचिव एवं डीटीईएसडीई परियोजना निदेशक गिरीश शर्मा, एमपीएसडीपी सीईओ, एमपीएसएसडीईजीबी, सीईओ, एसएसआर जीएसपी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।