इज़रायल ने भारत को दिया GATR रॉकेट का ऑर्डर, 10 किमी रेंज वाला मिनी ब्रह्मास्त्र

नई दिल्‍ली. 
भारतीय डिफेंस सेक्‍टर की बड़ी कंपनी NIBE Limited ने हाल ही में इजरायल की प्रसिद्ध रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी Elbit Systems से 70 मिमी क्लास की हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल GATR यानी गाइडेड एडवांस्ड टैक्टिकल रॉकेट का सौदा किया है. शनिवार को इस सौदे की घोषणा की गई. 6.12 करोड़ रुपये की लागत से इसे सितंबर 2026 तक पूरा किया जाएगा. यह सौदा भारत की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल का हिस्‍सा है, जिसके तहत स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाया जा रहा है. अब मन में सवाल उठना लाजमी है कि GATR क्‍या है, जो इजरायल भारत से खरीदा रहा है? चलिए हम आपको इसके बारे में बताते हैं.

ये भी पढ़ें :  योगी आदित्यनाथ सरकार झांसी में 16 दिसंबर को कराएगी पिंक जॉब फेयर का आयोजन

सस्‍ता और टिकाऊ हथियार
GATR एक कॉस्‍ट-इफेक्टिव हाई प्रीसीजन (सटीकता) वाला रॉकेट है, जिसे मध्यम दूरी के टैक्टिकल हवाई अभियानों के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसकी रेंज 10 किमी तक है और यह 100 किमी/घंटा तक की गति से चल रहे लक्ष्यों को भेद सकता है. GATR में अत्याधुनिक सेमी-एक्टिव लेजर गाइडेंस सिस्टम है, जो इसे बेजोड़ सटीकता प्रदान करता है. यह 16 किलोग्राम का वारहेड ले जा सकता है, जो 200 मिमी तक प्रबलित कंक्रीट को भेदने में सक्षम है. यह रॉकेट AH-64 अपाचे और HAL रुद्र जैसे कई हमलावर हेलीकॉप्टरों के साथ इंटीग्रेट यानी लोड हो सकता है. यह इस रॉकेट की मल्‍टी डायमेंशनल प्रतिभा को दिखाता है.

इजरायल को क्‍यों चाहिए भारत से यह रॉकेट?
इजरायल को भारत से GATR रॉकेट चाहिए, क्योंकि यह लागत प्रभावी और सटीक है. यह गाजा और लेबनान में हमास-हिजबुल्लाह के सैचुरेशन हमलों का जवाब देता है. इसकी 10 किमी रेंज और लेजर गाइडेंस इसे शहरी युद्ध के लिए आदर्श बनाता है. हमास हिजबुल्‍लाह के सस्‍ते मिसाइलों से निपटने के लिए इजरायल भारत की इस तकनीक की मदद लेना चाहता है.

ये भी पढ़ें :  एमपी सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों के पंजीकरण पर 100% मोटरयान कर में छूट देने का फैसला किया

भारतीय मिसाइल की सटीकता शानादर
NIBE Limited पुणे में स्थित रक्षा टेक्‍नोलॉजी क्षेत्र में इनोवेशन, स्वदेशीकरण और वैश्विक सहयोग पर केंद्रित है. यह कंपनी उन्नत रक्षा प्रणालियों के डिज़ाइन, निर्माण और इंटीग्रेशन में माहिर है. Elbit Systems के साथ यह साझेदारी भारत में उच्च तकनीक वाले रक्षा उपकरणों के निर्माण की दिशा में एक कदम है. NIBE इस ऑर्डर के तहत GATR के पुर्जों का निर्माण और आपूर्ति करेगा, जिससे भारतीय सशस्त्र बलों और वैश्विक सहयोगियों के लिए मिशन की सफलता और परिचालन सुरक्षा में वृद्धि होगी.

ये भी पढ़ें :  पति की प्रेमिका से हर्जाना! शादी को हुआ नुकसान, पत्नी ने अदालत में किया दावा

भारत का बढ़ रहा रक्षा बाजार
यह सौदा भारत की रक्षा निर्यात क्षमता को दर्शाता है. NIBE की यह उपलब्धि भारत को वैश्विक रक्षा बाजार में एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में स्थापित करती है. यह साझेदारी तकनीकी उन्नति और रोजगार सृजन को बढ़ावा देगी, खासकर पुणे के विनिर्माण क्षेत्र में. यह भारत-इजरायल रक्षा सहयोग को भी मजबूत करता है, जो हाल के ऑपरेशन सिंदूर के बाद और प्रासंगिक हो गया है.

Share

क्लिक करके इन्हें भी पढ़ें

Leave a Comment