शारदीय नवरात्रि में दुर्गाष्टमी कब ? डेट, कन्या पूजन और संधि पूजा का मुहूर्त जानें

शक्ति का उत्सव और साधना का महापर्व शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर 2024 से शुरू हो रहा है. नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना (Navratri ghatsthapana) से माता की उपासना शुरू होती है और 9 दिन तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है.

इस साल देवी दुर्गा का आगमन पालकी पर हो रहा है. नवरात्रि का 8वां दिन यानी दुर्गाष्टमी (Navratri Ashtami) बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस साल शारदीय नवरात्रि की महाष्टमी कब है यहां जान लें डेट, मां महागौरी (Maa Mahagauri) की पूजा, कन्या पूजन (Knaya puja) और संधि पूजा (Sandhi puja) का मुहूर्त और महत्व.

 नवरात्रि 2024 अष्टमी कब है ?

ये भी पढ़ें :  दो दिन है शरद पूर्णिमा, 16 अक्टूबर को मनाना शास्त्रोक्त

शारदीय नवरात्रि की दुर्गाष्टमी 11 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी. इस दिन  लोग अपनी कुलदेवी, मां महागौरी का पूजन करते हैं. साथ ही कन्या पूजन भी किया जाता है.

शारदीय नवरात्रि 2024 दुर्गाष्टमी मुहूर्त

    अश्विन शुक्ल अष्टमी तिथि शुरू – 10 अक्टूबर 2024, दोपहर 12.31
    अश्विन शुक्ल अष्टमी तिथि समाप्त – 11 अक्टूबर 2024, दोपहर 12.06
    संधि पूजा मुहूर्त – सुबह 11.42 – दोपहर 12.30 (11 अक्टूबर 2024)
    मां महागौरी पूजन – सुबह 07.47 – सुबह 09.14
    कन्या पूजन – सुबह 09.14 – सुबह 10.41

ये भी पढ़ें :  सोनी लिव के आगामी मराठी ओरिजिनल सीरीज 'मानवत मर्डर्स' में नजर आयेंगी सोनाली कुलकर्णी

दुर्गाष्टमी पर मां महागौरी की पूजा का महत्व

नवरात्रि में हर देवी की पूजा के लिए एक दिन तय किया है. इससे हर देवी की पूजा का विशेष फल मिलता है. शारदीय नवरात्रि का आठवां दिन यानी दुर्गाष्टमी मां महागौरी को समर्पित है. अत्यन्त गौर रूपा होने के कारण माता के इस स्वरूप का नाम महागौरी पड़ा.

ये भी पढ़ें :  स्मार्टफोन की स्क्रीन पर टेंपर्ड ग्लास आपका फ़ोन कर सकता है ख़राब

दुर्गाष्टमी पर कन्या पूजन क्यों करते हैं ?

कन्याओं को माता का स्वरूप माना गया है. नवरात्रि में अष्टमी पर कन्या पूजन के बिना 9 दिन देवी की उपासना का फल प्राप्त नहीं होता. कन्या पूजन के लिए 2 से 10 साल तक की कन्याओं को घर बुलाकर उनका पूजन और भोजन कराते हैं. दान-दक्षिणा देते हैं. इससे माता जल्द प्रसन्न होती हैं.

Share

Leave a Comment