नॉलेज शेयरिंग कार्यशालाओं से एम.पी. ट्रांसको में आया गुणात्मक परिवर्तन

भोपाल

एम.पी. ट्रांसको (एम.पी. पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी) के मुख्यालय जबलपुर में प्रदेश के फील्ड इंजीनियर्स के दैनंदिन तकनीकी कार्यों को आसान बनाने के उद्देश्य से पिछले 6 महीने से आयोजित की जा रही टेक्निकल नॉलेज शेयरिंग कार्यशाला 2024 का अंतिम सत्र आज पूरा हुआ। इसमें प्रदेश भर के लगभग 30 युवा फील्ड इंजीनियर विषय विशेषज्ञों द्वारा दिए गए टेक्निकल नॉलेज से लाभान्वित हुए।

कार्यशालाएँ स्किल डेवलपमेंट के लिये उपयोगी

ये भी पढ़ें :  जाने मोहन सरकार क्यों बदलने जा रही राज्य की सीमाएं, क्या इन जिलों का आकार बना वजह, किसे होगा फायदा?

दो दिवसीय इस कार्यशाला के प्रारंभिक सत्र को संबोधित करते हुए एम.पी. ट्रांसको के प्रबंध संचालक ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं जहां फील्ड इंजीनियर के स्किल डेवलपमेंट के लिए बेहद उपयोगी साबित हुई हैं वहीं इन कार्यशालाओं से एमपी ट्रांसको में गुणात्मक परिवर्तन आया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि एम.पी. ट्रांसको के युवा फील्ड इंजीनियर विपरीत परिस्थितियों, सीमित संसाधनों और मैनपॉवर की कमी के बीच अब और बेहतर तरीके व पूर्ण आत्मविश्वास के साथ प्रो-एक्टिव कार्य करेंगे।

ये भी पढ़ें :  जनवरी में आएगी 7500 पदों पर पुलिस आरक्षकों की भर्ती

6 माह में हुए 6 ट्रेनिंग सेशन

कार्यशालाओं के संयोजक अधीक्षण अभियंता सुनील यादव ने बताया कि पिछले 6 माह में प्रदेश के 45 फील्ड इंजीनियर लाभान्वित हुए। इसके पूर्व 65 ऑनलाइन क्लासेज के द्वारा भी नॉलेज शेयरिंग सेशन्स किए गए थे। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में प्रशिक्षित युवा इंजीनियर अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर निचले स्तर तक के तकनीकी कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं, जो कंपनी के लिये एक अच्छा संकेत है।

ये भी पढ़ें :  एमपीपीएससी के लिए अभ्यर्थियों का प्रवेश पत्र जारी, 110 पदों के लिए चयनित 3328 अभ्यर्थी देंगे परीक्षा

 

Share

Leave a Comment