लखनऊ एयरपोर्ट पर बड़ी कामयाबी : 24 करोड़ का हाई-क्वालिटी गांजा बरामद, बैंकॉक से आया माल

लखनऊ

 चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने एक बड़ी कार्रवाई की है। डीआरआई ने दो यात्रियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से लगभग 24 करोड़ रुपए की हाइड्रोपोनिक वीड (गांजा) बरामद की गई है। यह मादक पदार्थ 23.935 किलो था और इसे बैंकॉक से लखनऊ लाया गया था।

बैंकॉक से आए थे दोनों यात्री
दोनों यात्री 26 अगस्त 2025 को एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX 105 से लखनऊ पहुंचे थे। डीआरआई को पहले से मिली खुफिया सूचना के आधार पर इन यात्रियों को रोका गया और उनके चेक-इन बैग की गहराई से तलाशी ली गई। तलाशी में पता चला कि उनके बैग में हाइड्रोपोनिक तकनीक से तैयार किया गया हाई क्वालिटी गांजा छुपाया गया था। इसे वैक्यूम-सील्ड पैकेट्स में पैक कर रखा गया था, ताकि स्कैनिंग या जांच में पकड़ में ना आए।

ये भी पढ़ें :  प्रदेश को 4 नए आटोमेटिक टेस्ट स्टेशन की सौगात

पूछताछ में कबूल किया जुर्म
डीआरआई की टीम ने जब दोनों से पूछताछ की, तो उन्होंने ड्रग्स तस्करी में शामिल होने की बात कबूल कर ली। अधिकारियों के मुताबिक, यह गांजा आम तौर पर हाइड्रोपोनिक तकनीक से उगाया जाता है, जिससे यह ज्यादा शुद्ध और महंगा होता है। यही वजह है कि इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों में होती है।

ये भी पढ़ें :  मुख्यमंत्री ने H5 एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) के सम्भावित खतरे के दृष्टिगत सम्बन्धित विभागों को त्वरित और समन्वित कार्रवाई के निर्देश दिए

एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई
बरामद ड्रग्स को NDPS Act, 1985 के तहत जब्त कर लिया गया है। दोनों तस्करों को 27 अगस्त को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अब डीआरआई इस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि इस तस्करी के पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं और क्या इसके तार किसी अंतरराष्ट्रीय गिरोह या स्थानीय संपर्क से जुड़े हैं।

ये भी पढ़ें :  नगर निगम AMU से 1.26 अरब की जमीन कब्जा मुक्त कराई, लगाया सरकारी बोर्ड

लखनऊ एयरपोर्ट पर बढ़ती तस्करी की घटनाएं

पिछले कुछ महीनों में लखनऊ एयरपोर्ट पर ड्रग्स तस्करी की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। डीआरआई और कस्टम विभाग लगातार सतर्क हैं, लेकिन तस्कर नए-नए तरीके आजमा रहे हैं। यह घटना एक बार फिर यह दिखाती है कि एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था और तकनीकी निगरानी को और मजबूत करने की जरूरत है।

 

Share

क्लिक करके इन्हें भी पढ़ें

Leave a Comment