पोकरण में झमाझम बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

जैसलमेर

जिले के पोकरण में कल दोपहर के समय आसमान में अचानक मौसम ने करवट ली और देखते ही देखते पूरे इलाके में काली घटाओं ने डेरा जमा लिया। इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे से मूसलाधार बारिश का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ कि कस्बे की सड़कों से लेकर गली-मोहल्लों तक पानी-पानी हो गया। लगातार करीब दो घंटे तक हुई इस झमाझम बारिश ने जहां लोगों को गर्मी और उमस से राहत दी, वहीं दूसरी ओर इसने आम जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया।

कुल 118 एमएम बारिश
पोकरण के तहसील कार्यालय पर लगे रेनगेज यंत्र के अनुसार गुरुवार को कुल 118 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, जो इस सीजन की सबसे भारी बारिश में से एक रही। बारिश इतनी तीव्र थी कि मुख्य सड़कों से लेकर तंग गलियों तक पानी का सैलाब बहने लगा। बारिश के कारण जगह-जगह जलभराव की स्थिति बन गई। कई इलाकों में गली-मोहल्लों में पानी का स्तर 3 से 4 फीट तक जा पहुंचा। तेज बारिश से नाले-नालियां भी ऊफान पर आ गईं, मगर उचित निकासी नहीं होने से पानी सड़कों पर ही बहता रहा।

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पोकरण कस्बे के कई मोहल्लों में पानी इतना ज्यादा जमा हो गया कि वह लोगों के घरों में घुस गया। जोधपुर रोड, पुरोहितों की गली, मंगलपुरा क्षेत्र और मदरसे के पास बारिश के पानी की स्थिति सबसे ज्यादा भयावह रही। यहां गलियों में पानी का बहाव इतना तेज था कि चार से पांच फीट तक पानी बहता नजर आया। तेज बहाव के चलते कई घरों में पानी घुस गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई दुकानों में भी पानी भर गया। व्यापारियों को भी नुकसान उठाना पड़ा है। दुकानदारों ने बताया कि तेज बहाव के चलते दुकानें जलमग्न हो गईं, जिससे कई सामान भीग गया और आर्थिक नुकसान हुआ।

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लगभग दो घंटे तक लगातार बारिश के बाद शाम करीब 4:45 बजे बारिश की रफ्तार धीमी पड़ी और रिमझिम बारिश शुरू हो गई। इसके बावजूद आसमान में बादल छाए रहे और ठंडी हवाओं के चलते मौसम सुहावना हो गया। हालांकि बारिश के बाद भी गलियों और सड़कों में पानी जमा रहा, जिससे लोगों की मुश्किलें बरकरार रहीं।

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