जनजातीय कार्य मंत्री एवं प्रमुख सचिव की उपस्थिति में हुई उन्मुखीकरण कार्यशाला

भोपाल
जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा है कि केन्द्र सरकार के 'धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान' में राज्य सरकार प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में समग्र विकास एवं लक्षित आबादी का कल्याण सुनिश्चित करेगी। उन्होंने अधिकारियों को इस अभियान को प्राथमिकता देने और सुनिश्चित करने के लिए कहा कि कोई भी पात्र जनजातीय परिवार/व्यक्ति इस अभियान के तहत मिलने वाले लाभों से वंचित न रहे। मंत्री डॉ. शाह आज प्रशासन अकादमी में "धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान" की उन्मुखीकरण कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।

मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने प्रमुख सचिव डॉ. ई. रमेश कुमार के साथ विभागीय जिलाधिकारियों को अभियान के शीघ्र और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अपने प्रस्ताव शीघ्रता से प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह अभियान प्रदेश के जनजातीय समुदाय के जीवन स्तर को सुधारने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है, जिसमें हितग्राहियों की संतुष्टि को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। मध्यप्रदेश के 51 जिलों के 267 विकासखंडों के 11 हजार 377 गांवों में इस अभियान का व्यापक रूप से संचालन किया जाएगा। अभियान का उद्देश्य प्रदेश की बड़ी जनजातीय आबादी को शासकीय सेवाओं एवं सुविधाओं का सीधा लाभ पहुंचाना है।

प्रमुख सचिव डॉ. ई. रमेश कुमार ने भी विभागीय अधिकारियों को विशेष रूप से अभिप्रेरित करते हुए इस अभियान के लक्ष्यों की पूर्ति कर लिए ठोस योजना बनाने और उनके क्रियान्वयन की दिशा में तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान अपने जिले के जनजातीय क्षेत्रों में अधिकाधिक मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) और जनजातीय बहु विपणन केन्द्र (टीएमएमसी) निर्माण के प्रस्ताव भेजें।

ये भी पढ़ें :  राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने प्रदेश के सात शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया

अभियान के प्रमुख लाभार्थी
अभियान से मध्यप्रदेश के 18 लाख 58 हजार जनजातीय परिवारों को लाभ मिलेगा, जिससे कुल 93 लाख 23 हजार जनजातीय आबादी को विभिन्न सेवाओं का प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा। साथ ही तहत भारत सरकार के 17 लाईन मंत्रालयों/विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली 25 प्रकार की सेवाओं और सुविधाओं को इन जनजातीय परिवारों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी, जिससे उनकी आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक स्थिति में सुधार हो सके।

ये भी पढ़ें :  राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने स्वच्छता ही सेवा अभियान की प्रदर्शनी का अवलोकन किया

अभियान के मुख्य उद्देश्य
जनजातीय समुदाय को स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, आजीविका, और बुनियादी सेवाओं की सुविधाओं तक पहुंच सुनिश्चित करना और जनजातीय क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाओं का विकास इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य है। शासकीय योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन और हितग्राहियों तक समय पर सेवाओं की उपलब्धता और जनजातीय परिवारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए विशेष प्रयास इस अभियान के दौरान किये जायेंगे।

ये भी पढ़ें :  मप्र के कुछ जिलों में है जंगली हाथी की मौजूदगी, हाथियों को ह्रयूमन-फ्रेंडली बनाने की होगी कोशिश

उल्लेखनीय है कि 'धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान' के अंतर्गत प्रदेश की जनजातीय आबादी के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, स्वच्छता और रोजगार जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे जनजातीय समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।

 

Share

क्लिक करके इन्हें भी पढ़ें

Leave a Comment