महू मामले में पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, सुतली बम नहीं नकाब में थे पत्थरबाज

इंदौर
 महू में हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 8 एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस के मुताबिक 50 से अधिक लोगों को नामजद किया गया है, जबकि 50 अज्ञात आरोपियों की पहचान कर ली गई है। कुल 100 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।

डीआईजी निमिष अग्रवाल ने कहा कि इलाके में फिलहाल शांति बनी हुई है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को भी माहौल बिगाड़ने का मौका नहीं दिया जाएगा। ऐसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अफवाहों से बचने की अपील

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प्रशासन ने सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है। ताकि किसी भी भ्रामक सूचना या अफवाह को रोका जा सके। लोगों से अपील की गई है कि वे सिर्फ आधिकारिक जानकारी पर विश्वास करें।

मस्जिद में सुतली बम फेंके जाने के नहीं मिले सबूत

डीआईजी निमिष अग्रवाल ने स्पष्ट किया की पुलिस जांच में अब तक मस्जिद के अंदर सुतली बम फेंके जाने के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। वहीं वायरल वीडियोज में दिख रहे लोग नकाब पहनकर पत्थरबाजी करते दिख रहे हैं। हालांकि, पहले मस्जिद के इमाम ने दावा किया था कि सुतली बम फेंकने के बाद ही विवाद बढ़ा था। मौलाना के दावे गलत साबित हो रहे हैं।
क्या हिंसा सुनियोजित थी?

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जब डीआईजी निमिष अग्रवाल से पूछा गया कि हिंसा के दौरान इतनी बड़ी संख्या में पत्थर कैसे उपलब्ध हुए, तो उन्होंने कहा कि मामले की गहन विवेचना जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या यह हिंसा पूर्व नियोजित थी। डीआईजी ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा की जो भी कानून व्यवस्था भंग करेगा, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

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