संकट के समय गौतम अडानी का सहारा बने राजीव जैन, GQG Partners ने फिर लगाया बड़ा दांव

मुंबई 

अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) जब शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) और अमेरिका में Bribery Charges के चलते संकट में थे, तो भारतीय मूल के राजीव जैन (Rajiv Jain) उनके सबसे बड़े मददगार बनकर सामने आए थे. उनकी फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Parteners) ने अडानी की कंपनियों में ताबड़तोड़ पैसे लगाए थे. इस अरबपति का भरोसा अभी भी अडानी ग्रुप पर कायम है और अब उन्होंने Adani Group की पांच कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी को और बढ़ाया है.  

5 कंपनियों में लगाए 5094 करोड़
राजीव जैन के नेतृत्व वाली अंतरराष्ट्रीय इन्वेस्टमेंट फर्म GQG पार्टनर्स ने अडानी ग्रुप की पांच कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी में तगड़ा इजाफा किया है. उन्होंने अपनी स्टेकहोल्डिंग बढ़ाने के लिए इनमें 5,094 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवश किया है. ये निवेश बड़ी ब्लॉक डील्स के ज़रिए बढ़ाई गई है. अडानी ग्रप अब पूरी तरह से Hindenburg Case से उबर चुका है और इसकी कंपनियों में जोरदार रिकवरी देखने को मिली है. इसके साथ ही अडानी फर्मों में निवेश भी बढ़ता जा रहा है. 

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इन कंपनियों में बढ़ाई हिस्सेदारी
जीक्यूजी पार्टनर्स के Rajiv Jain ने अब अडानी समूह की जिन पांच कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है, उनमें अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अडानी पावर शामिल हैं.

पहली कंपनी: Adani Enterprises 
रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी एंटरप्राइजेज में जीक्यूजी पार्टनर्स इंटरनेशनल इक्विटी सीआईटी ने 2,462 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 1,315.20 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इसके जरिए उसने 53.42 लाख शेयर खरीदे हैं. विक्रेता रिलायंस ट्रस्ट इंस्टीट्यूशनल रिटायरमेंट ट्रस्ट सीरीज इलेवन था. 30 सितंबर 2025 तक GQG के पास कंपनी में 1.75% हिस्सेदारी थी, जो 2.01 करोड़ शेयरों के बराबर थी.

दूसरी कंपनी: Adani Ports
राजीव जैन की कंपनी ने गौतम अडानी की कंपनी अडानी पोर्ट्स में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हुए करीब 73.17 लाख नए शेयर खरीदे हैं. प्रति शेयर 1,507.6 रुपये के रेट से खरीदे गए इन शेयरों के लिए उनकी कंपनी ने 1,103.14 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट किया है. इस कंपनी में हिस्सेदारी की बात करें, तो 30 सितंबर तक GQG पार्टनर्स के पास Adani Ports में 2.42% हिस्सेदारी थी.

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तीसरी कंपनी: Adani Green Energy
अगला निवेश अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के शेयरों में किया गया है, जिसमें जीक्यूजी पार्टनर्स की हिस्सेदारी अब बढ़कर 2.46% हो गई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने तीन चरण में अपना निवेश बढ़ाते हुए 1,088.6 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 77.39 लाख से ज्यादा शेयरों की खरीदारी की है और इसके लिए 842.53 करोड़ रुपये लगाए हैं. नई शॉपिंग के बाद अब राजीव जैन के पास अडानी ग्रीन के 4.04 करोड़ से ज्यादा शेयर हो गए हैं. 

चौथी कंपनी: Adani Energy Solutions
GQG Partners के निवेश वाली अगली अडानी फर्म Adani Energy Soluions है, जिसमें 54.94 लाख नए शेयरों की खरीद की गई है और अब कंपनी के पास स्टेकहोल्डिंग बढ़कर 2.23 करोड़ इक्विटी शेयर हो गई है, ये कंपनी में 1.86% की हिस्सेदारी है. बता दें कि अरबपति राजीव जैन की कंपनी ने अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस में ये शेयर 1,021.55 रुपये के दाम पर खरीदे हैं. 

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पांचवीं कंपनी: Adani Power Ltd
अडानी पावर के शेयरों में भी जीक्यूजी पार्टनर्स ने अपनी हिस्सेदारी में तेज बढ़ोतरी की है. इस अडानी फर्म में भी राजीव जैन की कंपनी ने तीन स्टेज में 1,281.57 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इस निवेश के जरिए Adani Power के 83.61 लाख शेयर खरीदे गए हैं और इनका परचेजिंग प्राइस 153.28 रुपये प्रति शेयर था. 

राजीव जैन कौन हैं?
राजीव जैन भारतीय मूल के हैं और साल 1990 में मियामी यूनिवर्सिटी से MBA की डिग्री हासिल की है. 1994 में Vontobel में शामिल हुए और 2002 में स्विस फर्म के CIO बने. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने मार्च 2016 में GQG पार्टनर्स की शुरुआत की थी और इसके लिए अपनी नौकरी को छोड़ दिया था. Forbe's की 2025 की बिलेनियर्स रैंकिंग को देखें, तो राजीव जैन की नेटवर्थ (Rajiv Jain Net Worth) 4.8 अरब डॉलर है. 

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