इंदौर में युग पुरुष आश्रम की मान्यता रद्द, 86 बच्चे उज्जैन शिफ्ट, 10 बच्चों की मौत के बाद मिली थीं खामियां

इंदौर
 इंदौर में स्थित युगपुरुष धाम आश्रम की मान्यता जिला प्रशासन ने रद्द कर दी है। आश्रम में पिछले 6 महीनों में 10 मासूम बच्चों ने अपनी जान गंवाई थी। जांच में यह खुलासा हुआ कि इन मौतों का मुख्य कारण खून की कमी और गंभीर संक्रमण था, जो आश्रम की घोर लापरवाही के कारण हुआ।

कलेक्टर ने कहा कि इस मामले में आश्रम को नोटिस जारी किया गया था। साथ ही आश्रम के प्रबंधन में भी परिवर्तन किया गया था। इसके बाद सहमति मिलने पर गुरुवार को इस आश्रम में रह रहे 86 दिव्यांग बच्चों को उज्जैन स्थित सेवाधाम आश्रम में शिफ्ट कर दिया गया है।
बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़

जांच में पाया गया कि आश्रम में बच्चों को पर्याप्त और पौष्टिक भोजन नहीं दिया जा रहा था। वहीं इस मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई थी। कमेटी की रिपोर्ट में यह पाया गया कि युग पुरुष धाम संस्था ने लापरवाही बरती है। रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि कुछ बच्चों के शवों को बिना पोस्टमार्टम के ही परिजनों को सौंप दिया गया, जो कि बेहद गंभीर लापरवाही है। इसके बाद संस्था के अध्यक्ष, सचिव और संचालिका को पद से हटाने के आदेश जारी किए गए थे।

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मामले में उच्च स्तरीय जांच कमेटी ने रिपोर्ट में बताया कि बच्चों की मौत का सिलसिला जून के तीसरे हफ्ते में शुरू हो गया था, लेकिन इसे छिपाया गया था। इलाज के दौरान पता चला था कि वे डिहाइड्रेशन और कुपोषण के शिकार थे। कुछ बच्चों के शव को बिना पोस्टमार्टम किए ही परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद संस्था के अध्यक्ष, सचिव और संचालिका को हटाने के आदेश जारी किए गए थे।

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कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मामले में आश्रम को नोटिस दिया था। प्रबंधन में भी बदलाव किया गया था। फिर सहमति के बाद गुरुवार से आश्रम के 86 दिव्यांग (34 बालक और 52 बालिकाएं) बच्चों को उज्जैन के सेवाधाम आश्रम में शिफ्ट करने की प्रक्रिया जारी थी, जो पूरी हो चुकी है।

उज्जैन के आश्रम के संस्थापक सुधीर भाई गोयल ने बताया कि प्रदेश के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में 86 दिव्यांग और बहु-दिव्यांग बच्चे संस्था में स्थानांतरित होकर आए हैं।

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झूठे दावों की खुली पोल

युगपुरुष धाम आश्रम ने दिव्यांग और अनाथ बच्चों को आश्रय, शिक्षा और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने का दावा किया था। पर जांच में यह सब झूठा साबित हुआ। अस्पताल और बच्चों की देखभाल के नाम पर बड़ी लापरवाही सामने आई, जिसमें बच्चों की मौतों को अनदेखा किया गया।
86 बच्चों को किया गया शिफ्ट

जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि जांच में मिली अनियमितताओं के कारण आश्रम की मान्यता रद्द कर दी गई है। 86 दिव्यांग बच्चों को उज्जैन स्थित सेवाधाम आश्रम में शिफ्ट कर दिया गया है।

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