रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व को आज एक साल हुआ पूरा, पहले मेहमान बने थे शंभू और कजरी

दमोह दमोह जिले के रानी दुर्गावती सेंचुरी और सागर के नौरादेही अभयारण्य को मिलाकर नया टाइगर रिजर्व घोषित किया गया, जिसे रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व के नाम से पहचाना जाने लगा है। आज 20 सितंबर 2024 को प्रदेश के सातवें टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने का एक साल पूरा हुआ  है। वर्तमान में यहां 20 बाघों की मौजूदगी की जानकारी है, जो अलग-अलग क्षेत्रों में अपना डेरा जमाए हुए हैं। नए टाइगर रिजर्व के पहले मेहमान के रूप में शंभू और कजरी नामक बाघिन यहां लाई गई हैं। नेशनल टाइगर…

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राजस्थान-अलवर के सरिस्का बफर जोन से फिर झाबुआ पहुंचा बाघ, बूंदी भेजने की तैयारी

अलवर. अलवर जिले की सरिस्का टाइगर सफारी के बफर जोन से निकला बाघ एसटी 2303 एक बार फिर झाबुआ के जंगलों में पहुंच गया है। तीन दिन पहले यह बाघ जिले के कोटकासिम के जखोपुर के खेतों में पहुंच गया था। अब यह बाघ सबी नदी के पास झाबुआ में पाया गया है। झाबुआ का सात सौ एकड़ में फैला जंगल इसे इतना भा गया कि यह पिछले काफी दिनों से वहां डेरा जमाए हुए है। ऐस में बाघ को रेस्क्यू करने के लिए बड़े-बड़े पिंजरे लगाए गए हैं। साथ…

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