उर्वशी मिश्रा, रायपुर/कवर्धा
कवर्धा में दुर्गा पंडाल को लेकर दो समुदायों के बीच हुए विवाद पर प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने दोनों पक्षों से बातचीत कर मामला शांत कराया है। कुछ लोगों ने व्यवस्था तोड़कर पंडाल हटाने की कोशिश की थी, लेकिन शासन ने निर्णय लिया है कि माता उसी स्थल पर विराजेंगी, जहां वर्षों से पूजन होता आ रहा है। यह स्थल परंपरागत रूप से दुर्गा स्थापना का केंद्र रहा है।
ये है पूरा विवाद…
कवर्धा के कामठी गांव स्थित शिव मंदिर परिसर में दुर्गा प्रतिमा स्थापना को लेकर लंबे समय से हिंदू समाज और गोंडवाना समाज के बीच विवाद होता आया है। इस वर्ष भी पंडाल लगाने को लेकर हिंसक झड़प हो गई। गोंडवाना पार्टी समर्थकों ने पंडाल उखाड़कर फेंक दिया और मंदिर की बाउंड्रीवाल पर ताला जड़ दिया। इसके विरोध में दुर्गा समिति के लोग जुटे तो पुलिस से झूमाझटकी हो गई, जिसमें कई लोग घायल हुए। स्थिति को नियंत्रित करने कलेक्टर गोपाल वर्मा और एसपी धर्मेंद्र छवई भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और आश्वस्त किया कि परंपरा के अनुसार ही प्रतिमा स्थापना होगी।
नक्सलियों के पत्र पर प्रतिक्रिया
नक्सलियों द्वारा भेजे गए पत्र पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि यह उनकी पुरानी रणनीति है। उन्होंने नक्सलियों से अपील की कि सिविलियन किलिंग तुरंत बंद करें। शर्मा ने कहा – “जनता, जानवर और जवानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आईडी हटाना जरूरी है। अगर नक्सली ऐसा कदम उठाते हैं, तो उनकी विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।”