नई दिल्ली
भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष (सोनिया गांधी और राहुल गांधी) से लेकर वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कर्नाटक के वर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया एवं उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार से लेकर अन्य राज्यों के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, अशोक गहलोत और भूपेश बघेल तक कांग्रेस का सभी शीर्ष नेता गरीबों की जमीन हड़पने में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ये सब भ्रष्टाचार में और गरीब की जमीन हड़पने जैसे मामले में शामिल हैं।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कटाक्ष किया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के विचारों से प्रेरित होकर कांग्रेस पार्टी देश में भू-हड़प अभियान चला रही है। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार के ट्रस्ट द्वारा कर्नाटक में आवंटित की गई जमीन को लौटाने के प्रकरण को भ्रष्टाचार की स्वीकारोक्ति बताते हुए कहा कि एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर इस तरह के गंभीर आरोप लगे हैं, जिससे इसकी गंभीरता को समझा जा सकता है।
उन्होंने खड़गे के परिवार और इससे पहले सिद्धारमैया के परिवार द्वारा आवंटित जमीन को लौटाने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये लोग इसलिए जमीन वापस नहीं कर रहे हैं कि इनकी आत्मा जाग गई है बल्कि अदालत की कार्यवाही के दौरान होने वाली जलालत से बचने के लिए ये जमीन वापस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी को यह बताना चाहिए कि क्या जमीन वापस करने वालों को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा नहीं देना चाहिए? अगर मान लिया कि गलती हुई है तो कर्नाटक सरकार एफआईआर कब करेगी?
उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के इतने गंभीर मामले में इंडी गठबंधन के नेताओं की चुप्पी से यह बात बिल्कुल साफ हो रही है कि भ्रष्टाचार और जनता की जमीन हड़पने के मामले में ये सब एक साथ हैं, मिले हुए हैं और एक दूसरे को मौन समर्थन दे रहे हैं।
भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार जिसकी सहज और स्वाभाविक प्रवृत्ति है, उस कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से अब वह जमीन खिसकती नजर आ रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार द्वारा संचालित ट्रस्ट पर आक्षेप लगने के बाद आवंटित भूमि को लौटाने का जो निर्णय लिया है, वह स्पष्ट रूप से प्रमाणित करता है कि सत्ता का दुरुपयोग करके भूमि को हड़पने का कार्य कर्नाटक में सर्वोच्च स्तर से हो रहा था।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर लैंड ग्रैब का केस लग चुका है, जोकि 1986 में आवंटित भूमि के समय से चल रहा था। मुडा स्कैम में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर आरोप लग रहे हैं। केआईएडीबी लैंड आवंटन घोटाले में खड़गे के परिवार के लोग शामिल हैं। इससे पूर्व मध्य प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री रहे कमलनाथ का नाम सामने आ चुका है। राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत का नाम बीकानेर के लैंड स्कैम में सामने आ चुका है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम भी सामने आ चुका है। नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर आरोप है। यानी मुख्यमंत्री हो, उपमुख्यमंत्री हो या पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष हो या वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष हो, कांग्रेस का पूरा शीर्ष नेतृत्व भूमि हड़पने के आंदोलन में समान रूप से संलिप्त है।
राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए त्रिवेदी ने आगे कहा कि राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं लेकिन उनकी मोहब्बत की दुकान तो किसी भूमाफिया प्रॉपर्टी डीलर की दुकान नजर आ रही है। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त है।
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी के बयान को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस की कलई खुल गई है। कांग्रेस पार्टी को इस पर सफाई देनी चाहिए। हर गैर राजनीतिक आंदोलन का एकमात्र उद्देश्य सत्ता प्राप्त करना ही होता है।
बहराइच की घटना के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पिछले चार-पांच महीनों में देश में इस तरह की घटनाएं बढ़ी है और रेल सहित इन तमाम घटनाओं को समग्रता से देखने की जरूरत है। यह भारत को कमजोर करने की बड़ी साजिश का हिस्सा है। देश की जनता यह सोचे।
उन्होंने संजय राउत के बयान की भी कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें याद दिलाया कि 90 के दशक में बालासाहेब ठाकरे ने अंडरवर्ल्ड के खिलाफ किस तरह से सख्त स्टैंड लिया था लेकिन आज वे अंडरवर्ल्ड का साथ देने वालों के साथ ही खड़े हैं।