कोलकाता
पिछले साल कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की एक महिला जूनियर डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या की पहली बरसी पर शुक्रवार से पश्चिम बंगाल में फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू होने वाले हैं। विभिन्न समूहों द्वारा आयोजित ये विरोध प्रदर्शन 15 अगस्त तक चलेंगे।
बलात्कार-हत्या की शिकार हुई जूनियर डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था। मुख्य आरोपी संजय रॉय को निचली अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, लेकिन इस अपराध में एक बड़ी साजिश के आरोप लगाए गए। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इस पहलू से भी जांच कर रही थी। हालांकि, केंद्रीय एजेंसी अपराध के पीछे कथित ‘बड़ी साजिश’ की अपनी जांच पूरी नहीं कर पाई।
बलात्कार और हत्या की पहली बरसी पर होने वाला यह प्रदर्शन, प्रदेश सरकार और सीबीआई की जांच पूरी न होने को लेकर है। पीड़िता के माता-पिता ने 9 अगस्त को ‘नबन्ना अभिजन (राज्य सचिवालय तक मार्च)’ का आह्वान किया है और सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे अपनी बेटी की पुण्यतिथि पर न्याय की मांग करते हुए बिना झंडे के इस जुलूस में शामिल हों। दंपति इस मामले में केंद्रीय एजेंसी द्वारा की जा रही जांच की प्रगति पर अपनी शिकायतें व्यक्त करने के लिए सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद से मिलने नई दिल्ली पहुंचे।
राष्ट्रीय राजधानी रवाना होने से पहले पीड़िता के पिता ने कहा, “हम सीबीआई निदेशक और सर्वोच्च न्यायालय में हमारी वकील करुणा नंदी से मिलने नई दिल्ली जा रहे हैं। इस बात की प्रबल संभावना है कि हमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का मौका मिले। हमने पहले ही समय मांगा है। हम सीबीआई निदेशक से अनुरोध करेंगे कि केंद्रीय एजेंसी हमारी बेटी के दुखद अंत के पीछे की बड़ी साजिश में शामिल लोगों के खिलाफ तुरंत एक पूरक आरोप पत्र दाखिल करे।” हालांकि, उन्होंने पुष्टि की कि वे 9 अगस्त की सुबह ‘नबन्ना अभिजन’ में भाग लेने के लिए कोलकाता लौट आएंगे।