नोएडा से भी कम आबादी वाला देश कुराकाओ ने FIFA में इतिहास रचा, मैदान में दिखाई ताकत

नई दिल्ली
 कुराकाओ दक्षिणी कैरिबियन
सागर में स्थित छोटा लेकिन बेहद खूबसूरत द्वीप देश है. यह नीदरलैंड साम्राज्य का स्वायत्त देश है. रंगीन इमारतों और शानदार समुद्री तटों के लिए जाना जाने वाला यह द्वीप हाल ही में अपनी ऐतिहासिक खेल उपलब्धि के कारण अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियों में आया है. कुराकाओ पहले डच उपनिवेश था. अब यह संपन्न पर्यटन स्थल और ऑयल रिफाइनिंग सेंटर बन चुका है. यहां की फुटबॉल टीम ने फीफा वर्ल्ड कप 2026 के लिए क्वॉलिफाई किया है.

कुराकाओ की आबादी महज 1,56,000 है. यह दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक है. इसकी आबादी दिल्ली के लाजपत नगर और नोएडा से भी कम है. इस छोटे से देश ने खेल के सबसे बड़े मंच पर अपनी जगह बनाकर सबको चौंका दिया है. यह कहानी सिर्फ एक खेल की जीत नहीं, बल्कि छोटे समुदायों के बड़े सपने और अटूट लगन की भी कहानी है. यह द्वीप वेनेजुएला के तट से केवल 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और भौगोलिक रूप से ‘एबीसी द्वीप समूह’ (रूबा, बोनेयर, कुराकाओ) का हिस्सा है.
कुराकाओ चर्चा में क्यों है?

ये भी पढ़ें :  विश्व बैंक का भारत को आरसीईपी में शामिल होने पर पुनर्विचार करने का सुझाव त्रुटिपूर्ण: जीटीआरआई

कुराकाओ के चर्चा में आने का सबसे बड़ा कारण उनकी फुटबॉल टीम का फीफा विश्व कप 2026 (FIFA World Cup 2026) के लिए क्वॉलिफाई करना है.

    सबसे छोटा देश: अपनी 1.56 लाख की आबादी के साथ कुराकाओ फीफा विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करने वाला इतिहास का सबसे छोटा देश बन गया है. इससे पहले यह रिकॉर्ड आइसलैंड के नाम था, जिसकी आबादी 2018 में लगभग 3.5 लाख थी.

    अभूतपूर्व उपलब्धि: यह उपलब्धि तब मिली, जब कॉनकाकाफ (CONCACAF) क्वॉलिफायर में कुराकाओ ने जमैका के खिलाफ 0-0 का स्ट्रेसफुल ड्रॉ खेला, जिससे वे ग्रुप बी में टॉप पर रहे और विश्व कप में अपनी जगह पक्की कर ली.

ये भी पढ़ें :  लाउडस्पीकर की तेज आवाज का होगा 'स्थायी समाधान', DJ की तेज धुन पर भी CM योगी की सख्त नजर

    डच कनेक्शन: कुराकाओ की सफलता का बड़ा हिस्सा इसके डच प्रवासी खिलाड़ियों (Diaspora Players) को जाता है, जिनमें से ज्यादातर नीदरलैंड में जन्मे और पले-बढ़े हैं लेकिन कुराकाओई विरासत रखते हैं. इस स्ट्रैटेजी ने टीम को शानदार मजबूती दी है.

    ट्रेनर की भूमिका: दिग्गज डच कोच डिक एडवोकाट (Dick Advocaat) ने टीम के बदलाव में बड़ी भूमिका निभाई. इससे ‘द ब्लू वेव’ (टीम का निकनेम) ने एक दशक में दुनिया की टॉप फुटबॉल टीम्स में जगह बना ली.

कुराकाओ से जुड़े रोचक तथ्य

कुराकाओ सिर्फ फुटबॉल ही नहीं, बल्कि अपनी संस्कृति और अनूठी खासियत के लिए भी जाना जाता है:

    राजधानी और वास्तुकला: इसकी राजधानी विलेमस्टैड (Willemstad) यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल (UNESCO World Heritage Site) है. यह अपने रंग-बिरंगे डच औपनिवेशिक वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें इमारतों को पेस्टल रंगों में रंगा गया है.

ये भी पढ़ें :  बार्सिलोना के कोच फ्लिक ने ओल्मो और पॉ विक्टर के टीम में शामिल नहीं होने से जताई नाराजगी

    भाषा का मिश्रण: कुराकाओ में लोग औसतन 4 भाषाएं बोलते हैं! यहां की आधिकारिक भाषाएं- पापियामेंटू (Papiamentu), डच और अंग्रेजी हैं. पापियामेंटू एक अनूठी क्रियोल भाषा है, जो स्पैनिश, पुर्तगाली और डच भाषाओं का मिश्रण है.

    झूले वाला पुल: यहां क्वीन एम्मा ब्रिज (Queen Emma Bridge) है, जिसे ‘झूलती बूढ़ी महिला’ (Swinging Old Lady) भी कहा जाता है. यह फ्लोटिंग पोंटून पुल है, जो जहाजों के गुजरने के लिए खुलता और बंद होता है.

    हरिकेन से बचाव: यह द्वीप कैरिबियन के तूफान वाले बेल्ट के दक्षिण में स्थित है, जिसके कारण यह आमतौर पर बड़े तूफानों से बचा रहता है.

 

Share

क्लिक करके इन्हें भी पढ़ें

Leave a Comment