मकर संक्रांति का महापर्व जगह,जगह धूमधाम से मनाया गया,किए गए दान इस जन्म में और अगले जन्म में काम आता

सिंगरोली
मकर संक्रांति का महापर्व हिंदू धर्म में सबसे बड़ा पर्व कहलाता है इस दिन किए गए दान पूण्य करने का बहुत बड़ा फल प्राप्त होता है जो इस जन्म में और अगले जन्म में भी काम आता है,, आज मकर संक्रांति  पर्व ब्रह्माकुमारी आश्रम गांधीनगर व  गिरिराज जी मंदिर, श्री साई दास बाबा मंदिर, राजराजेश्वरी केला देवी मंदिर,, सहित जगह-जगह पर मनाया गया कई जगह अन्न क्षेत्र व भंडारे  चलाये गये
,प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मुख्य सेवा केंद्र पर आज मकर संक्रांति बड़े ही धूमधाम से मनाई गई जिसमें नगर के गण्यमान्य नागरिक उपस्थित थे बी के रेखा बहन ने बताया कि सूरज की किरण खुशियों का पैगाम जिस तरह से हर दिन लाती हैं इस प्रकार हमारे जीवन में तिल गुड़ की मिठास से भर जाए हर दिन और हर एक का दिल उन्नति और समृद्धि से चमके आपका सभी का जीवन पल-पल पतंग की उड़ान भरते रहो आसमान की शोभा जिस तरह तारो से सजा दिखता है

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आप सबका जीवन भी उसे तरह खुशियों से तारों की तरह चमकता रहे एक दूसरे के दिलों में खुशियों का मेला दिलों में सजाते रहे संक्रांति के इस पावन पर्व पर आपका  हर सपना पूरा हो सपनों की उड़ान पूरी करने के लिए हमेशा अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहिए कभी भी हार मत मानिए फिर खड़े हो जाइए और हर परिस्थिति का डटकर सामना कीजिए और तिल गुड़ की तरह एक दूसरे के जीवन में मिठास घोलते रहिए अपना व्यवहार मीठा बनाते रहिए अगर हम सबके अंदर मिठास आ जाए अर्थात मीठा बोलने का गुण आ जाए तो हम सर्व को अपना बना सकते हैं जिस प्रकार से मिठाई खिलाते हैं एक दूसरे को और सब बड़े खुश होते हैं.

कोई भी अच्छे कार्य में हम एक दूसरे से कहते हैं मुख मीठा कीजिए इस प्रकार से अब हमें मुख्य मीठा करने के साथ-साथ यह भी संदेश देना है कि मीठा बोलना भी है साथ में मुख्य रूप से समाज सेवक जसराम गुप्ता ने सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए मकर संक्रांति का आध्यात्मिक अर्थ समझाते हुए कहां है कि जिस प्रकार हम तीर्थ पर स्नान करने जाते हैं खुद को पावन करने के लिए अपनी बुराइयों को गंगाजल में छोड़ आने के लिए हम पर्व लेते हैं इस प्रकार से आप सभी अपने-अपने घर पर रोज  यह संकल्प करें कि आज से मुझे अपनी बुराइयों को हर रोज परमात्मा के याद के जल में मनन चिंतन करके हर रोज मकर संक्रांति का पर्व मनाना है ताकि मेरे जीवन से विकृतियों की विदाई हो सके सभी को बहुत-बहुत बधाइयां दीआज मकर संक्रांति के दिन मुख्य रूप से उपस्थित रहे पूरन सत्यवती पूजा, सरोज गुप्ता, सरिता, सत्यवती गुप्ता, सुमन लक्ष्य कर, लता सोनू श्रीवास्तव, बीके सुभाष, प्रशांत, बिना तोमर, गीता शर्मा, कमला राम बहादुर नरवरिया मुख्य रूप से उपस्थित रहे .

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श्रीसाई दास बाबा आध्यात्म एवं सेवा संगठन जबलपुर इकाई पोरसा के जगदीश प्रसाद शर्मा, हरिशंकर गुप्ता, गोविंद सिंह परिहार, रामदुलारे शर्मा, राजू सिंह परिहार, बच्चू लाल शर्मा, विकास ओझा, पंकज सिंह तोमर, मनोज कुमार गुप्ता, आदि  के द्वारा गजक एवं खिचड़ी का प्रसाद सब्जी मंडी रोड बिजली घर के पास राहगीरों को वितरित किया गया तथा राजराजेश्वरी केला देवी मंदिर पर पुजारी रामदास श्रौत्रिय महाराज के सानिध्य में मकर संक्रांति के पावन अवसर पर मूंग की दाल के मांगोडे का प्रसाद वितरण किया गया इसी तरह गिरिराज जी के मंदिर पर भी मकर संक्रांति महोत्सव के अवसर पर महंत रामकिशोर दास शास्त्री के द्वारा एक मकर संक्रांति का महत्व समझाया गया बताया गया की संक्रांति के दिन किए गए दान पुण्य अक्षय  होते हैं सभी को मकर संक्रांति के दिन दान करना चाहिए यह दान इस जन्म में और अगले जन्म में काम आता है

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