नई दिल्ली
आईसीसी की मीटिंग में बीसीसीआई ने एशिया कप के ट्रॉफी चोर मोहसिन नकवी की घेरेबंदी की मुकम्मल तैयारी कर ली है। हालांकि नकवी उस बैठक में शामिल होंगे, इस पर संदेह है। वह 'घरेलू राजनीति' की वजह से बैठक से किनारा कर सकते हैं। इस बीच बीसीसीआई ने ट्रॉफी चोर के 'गुनाहों' की एक लिस्ट तैयार कर ली है। इतना ही नहीं, नकवी की घेरेबंदी में उसे अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड का भी साथ मिल सकता है। टेलिकॉम एशिया स्पोर्ट ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया है कि बीसीसीआई ने 'मोहसिन नकवी के खिलाफ आरोपों की एक पूरी लिस्ट' तैयार की है।
नकवी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष के साथ-साथ एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के प्रमुख हैं। इसके अलावा वह पाकिस्तान सरकार में मंत्री भी हैं। बीसीसीआई ने इसे आईसीसी नियमों के खिलाफ बताते हुए उनकी घेरेबंदी की पुख्ता तैयारी कर ली है। बोर्ड का आरोप है कि नकवी ने आईसीसी के गर्वनेंस रेग्युलेशंस का उल्लंघन किया है। वह दोहरी भूमिका निभा रहे हैं। सरकार में पद के साथ-साथ खेल निकाय में भी पदाधिकारी हैं।
रिपोर्ट की माने तो बीसीसीआई को इसमें अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड का भी समर्थन मिल रहा है। एक सूत्र ने टेलिकॉम एशिया स्पोर्ट को बताया, 'अफगानिस्तान भारत के रुख का समर्थन करेगा और नकवी से अपने किसी एक पद को छोड़ने की मांग करेगा। हालांकि नकवी शायद ही पीछे हटें।'
रिपोर्ट में कहा गया है कि नकवी को भी अंदाजा है कि बीसीसीआई उन्हें घेरेगा, लिहाजा वह दुबई में होने वाली आईसीसी की मीटिंग में ऐसी किसी भी संभावित आपत्तियों से निपटने की तैयारी में जुटे हैं। इसके लिए वह मीटिंग में शामिल भी हो सकते हैं। इससे पहले पीटीआई की एक रिपोर्ट में संकेत दिया गया था कि नवकी आईसीसी मीटिंग से किनारा कर सकते हैं और उनकी जगह पर पीसीबी के सीओओ सुमेर सैयद हिस्सा ले सकते हैं।
वैसे टेलिकॉम एशिया स्पोर्ट की रिपोर्ट की माने तो नकवी के 7 नवंबर को होने वाली आईसीसी की बैठक में शामिल होने की संभावना है। पाकिस्तानी सेनेट में एक संविधान संशोधन पर 6 और 7 नवंबर को डिबेट है। अगर उसमें हिस्सा लेने के बाद नकवी को समय मिला तो आईसीसी बैठक में शामिल हो सकते हैं।
अगर मोहसिन नकवी मीटिंग में शामिल होते हैं तो बीसीसीआई एशिया कप ट्रॉफी का मुद्दा सबसे पहले उठाएगा। नकवी ने एशिया कप की ट्रॉफी को विजेता टीम यानी भारतीय टीम को सौंपने के बजाय उसे चुरा लिया था और उसे अपने साथ लेते गए थे। नियमों के मुताबिक ट्रॉफी हमेशा विजेता टीम को ही दिया जाता है और आयोजक संस्था या बोर्ड उसे अपने पास नहीं रख सकता। मोहसिन नकवी ने एशिया कप की ट्रॉफी को निजी जागिर समझने की बेशर्मी दिखाई और अभी तक उसे भारतीय टीम को नहीं सौंपा है।


