रविश अग्रवाल, न्यूज़ राईटर, रायपुर,दिनाँक 09मार्च2024
छत्तीसगढ़ में सरकार को बने लगभग 3 महीने का समय हो चुका है, लेकिन अभी भी कई जगहों पर ऐसी कार्रवाई की बात सामने आती है, जहां कार्रवाई तो हो जाती है, पर विभाग के मुखिया या विभागीय मंत्री तक जानकारी ही नहीं पहुंच पाती। ताजा मामला छत्तीसगढ़ की ऊर्जा नगरी कोरबा से जुड़ा हुआ है।
दरअसल आज सुबह कोरबा के बालको के चोटिया कोल माइंस में जिले की खनिज विभाग टीम के द्वारा कार्रवाई की गई। कार्रवाई क्यों की गई? शिकायत क्या प्राप्त हुई थी? यह तो जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन विश्वसनीय सूत्र बता रहे हैं की सरकार में ‘बड़ी दख़ल’ रखने वालों के नाराजगी के बाद इतनी बड़ी कार्रवाई कोल माइंस में हुई है।
बताया जा रहा है की खनिज विभाग के मुखिया होने के नाते मुख्यमंत्री तक को अभी इस कार्रवाई की खबर नहीं है और ना ही प्रभारी मंत्री को ही इस कार्रवाई की खबर दी गई है। खबर लिखे जाने तक माइंस से जुड़े अधिकारियों से बात करने की कोशिश हो रही है, पर फिलहाल आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। स्थानीय सूत्र बता रहे हैं कि कार्रवाई जारी है।
सत्ता-संगठन की अनदेखी
छत्तीसगढ़ में सरकार बनने के बाद ही अफसरशाही को लेकर स्थानीय संगठन ने शुरू से गंभीरता से नजर रखने की बात तो कही थी। लेकिन बहुत से विभाग ऐसे हैं जिसमें सीनियर अफसर अपने हिसाब से नाम तय करके नियम बनाने में लगे हैं। इसकी जानकारी ना तो विभागीय मंत्री को दी जा रही है और ना ही प्रभारी मंत्रियों को। ऐसे में छत्तीसगढ़ में कोरबा से आए इस मामले ने एक बार फिर सत्ता और अधिकारियों के बीच बढ़ी दूरियों का बड़ा उदाहरण प्रस्तुत कर दिया है।