Conjunctivitis : छ्त्तीसगढ़ में हर तीसरा व्यक्ति पिंक आई फ्लू से प्रभावित, दुर्ग शहर में एक सप्ताह में मिले सैकड़ों मरीज

 

सतीश शर्मा, न्यूज राइटर, भिलाई, 25 जुलाई, 2023

छ्त्तीसगढ़ के दुर्ग-भिलाई शहर में आंखों का संक्रमण पिंक आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस तेजी से फैल रहा है। हर तीसरा चौथा व्यक्ति कंजंक्टिवाइटिस संक्रमण का शिकार नजर आ रहा है। बच्चों में यह संक्रमण ज्यादा असर दिखा रहा है। अस्पताल में भी इस वायरस के इलाज के लिए भीड़ बढ़ने लगी है। हालांकि डाक्टर कह रहे हैं कि यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है, दो से तीन दिन बाद अपने आप इसका असर कम होने लगता है। दुर्ग जिले में बीते 16 जुलाई से 23 जुलाई तक 762 मरीज पाए गए हैं। भिलाई के जुनवानी समेत आसपास के इलाकों में यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है।

बता दें कि बारिश के दिनों में कई तरह की बीमारी फैल रही है। सुपेला अस्पताल में वायरल फीवर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जून में जहां रोजाना दो से तीन सौ तक मरीज आते थे, वहीं जुलाई में संख्या बढ़कर चार सौ के आसपास पहुंच गई है। इसके अलावा श्रमिक बस्तियों में ऐसे लोग भी है जो संक्रमण का शिकार तो हैं पर वह लोग अस्पताल पहुंचने के बजाए सीधे मेडिकल स्टोर से लेकर दवा खा लेते हैं। इसलिए सहीं आंकड़ा पता नहीं चल पाता है।

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इन दिनों जिले में वायरल फीवर के साथ साथ आंख के संक्रमण यानी कंजंक्टिवाइटिस की बीमारी भी तेजी से फैल रही है। जिला स्वास्थ्य महकमें के आंकड़ों के मुताबिक जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में इस संक्रमण से प्रभावित लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। 16 जुलाई से लेकर 23 जुलाई तक संक्रमण के 762 मरीज विभिन्न सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंच चुके हैं।

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यह है कारण व लक्षण

कंजंक्टिवाइटिस एक तरह से वायरस है। जो किसी को भी हो सकता है। यह एलर्जी व बैक्टीरिया है। यह वायरल संक्रमण के कारण होता है। यह ज्यादातर प्रभावित व्यक्ति के संपर्क में आने से होता है। इसे गुलाबी आंख या लाल आंख वाली बीमारी भी कहा जाता है।आंख में सूजन होना। आंख लाल या गुलाबी होना। आंख में जलन होना, आंख मलते रहने की इच्छा होना, लगातार पानी या मवाद निकलना। ऐसा लगना कि आंख में कुछ फंसा हो ये तमाम इसके लक्षण है।

 

बरतें यह सावधानी

– यदि आप कंजंक्टिवाइटिस की बीमारी से प्रभावित हैं तो दूसरों के संपर्क में ना आए। या ऐसे लोगों के संपर्क में आने से बचे

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– संक्रमण के दौरान मोबाइल व टीवी से परहेज करें

– ज्यादा से ज्यादा पानी पीए, आंखों को मलने से बचें

– थोड़े अंतराल में साफ सूती कपड़े से आंखों को साफ करते रहें।

– इस संक्रमण की चपेट में आने पर डाक्टर से सलाह ले

– जब तक संक्रमण है तब तक पारदर्शी चश्मे पहने

लाल बहादूर शास्त्री सरकारी अस्पताल सुपेला प्रभारी डा.स्वामीदेव देवांगन ने बताया कि कंजंक्टिवाइटिस कोई गंभीर बीमारी नहीं है। आंखों को नुकसान भी नहीं पहुंचता, पर जब तक इसका असर रहता है, तब तक आंखों में दर्द बहुत होता है। सावधानी ही इसके बचाव का उपाय है। सुपेला अस्पताल में रोजाना दर्जन भर मरीज आ रहे हैं।

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