दौसा
राजस्थान में मंगलवार को दौसा भीषण सड़क हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, 9 गंभीर घायलों का जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा है। मरने वालों में ज्यादातर छोटे बच्चे हैं। इसी हाईवे पर 5 दिन पहले टैंकर और कार की टक्क्र में 5 लोगों की मौत हो गई थी। दौसा सांसद मुरारी लाल मीणा ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि यह हाईवे जानलेवा हो चुका है। स्थानीय लोग इसे किलर रोड कहते हैं। मुरारी लाल मीणा का कहना है कि बीते एक साल में इस हाईवे पर ऐसे कई बड़े हादसे हुए हैं जिसमें 250 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और इससे तीन गुना ज्यादा घायल हो चुके हैं। पिछले महीने इसी हाइवे पर एक ट्रेलर ने तेज रफ्तार में आते हुए एक बाइक को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी थी जिसमें बाइक पर बैठी महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी।
लोकसभा में उठा था दौसा हाईवे पर हादसों का मामला: दौसा हाईवे पर दुर्घनाओं का मामला पिछले दिनों लोकसभा में भी उठा था। दौसा सांसद मुरारी लाल मीणा ने इस मामले को उठाते हुए बताया था कि एनएच 48 दौसा से गुजरता है जो इसे खाटूश्यामजी से जोड़ता है। इस यूपी और एमपी से बड़ी संख्या में लोग इस हाइवे का इस्तेमाल कर खाटूश्यामजी दर्शन करने जाते हैं। यह हाईवे टू लेन है। इसके अलावा इस हाईवे जितने भी क्रॉसिंग्स हैं वहां फ्लाइओवर क्रॉसिंग्स से एक-डेढ़ किमी पीछे बनाए गए हैं। जबकि हाईवेज पर क्रॉसिंग के साथ ही फ्लाइओवर बनाए जाते हैं।
हाईवे पर डिवाइडर नहीं: स्थानीय लोगों का कहना है कि इस हाईवे पर तकनीकी खामियों की वजह से लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। उनका आरोप है कि सड़क पर डिवाइडर नहीं होने और फोर-लेन नहीं होने के कारण हादसे बढ़ रहे है। ग्रामीणों ने हाईवे में छोड़ी गई इंजीनियंरिंग खामियों को दूर करने और इस हाइवे को फोर लेन करने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि हाईवे की कमियों को शीघ्र शुरू नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
सांसद बोले सड़क परिवहन मंत्री को कई बार पत्र लिखे
सांसद मुरारी लाल मीणा ने अमर उजाला को बताया कि दौसा हाईवे के इस स्ट्रैच को फोर लेन करने के लिए और डिवाइडर लगाए जाने के लिए उन्होंने कई बार केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गड़करी को पत्र लिखे।
उन्होंने कहा कि NH-148(दौसा–मनोहरपुर रोड)को चार लेन बदला जाना बेहद जरूरी है। यह मार्ग खाटू श्याम जी और मेंहदीपुर बालाजी जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रमुख रास्ता है। पूर्व में भी मैंने मंत्री महोदय को इस 65 किलोमीटर लंबे हाइवे को चार लेन करने हेतु पत्र लिखा था। पिछले एक वर्ष में यहां लगभग 250 लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग घायल हुए हैं। भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इस हाइवे का चार लेन होना अत्यंत आवश्यक है।
डेढ़ साल में 250 से ज्यादा हादसे
स्थानीय पुलिस के मुताबिक पिछले कुछ समय में इस हाईवे पर 250 से अधिक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें 80 से ज्यादा लोगों की जान गई और 300 से अधिक घायल हुए हैं।
चालक हिरासत में
पुलिस ने बताया कि हादसे का कारण कंटेनर चालक की लापरवाही रही। कंटेनर चालक तेज रफ्तार में चला रहा था और पीछे से जाकर ट्रोले के टक्कर मारी। पुलिस ने कंटेनर चालक को हिरासत में ले लिया गया है और वाहन को भी जब्त कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक कंटेनर में 42 लोग खाटूश्याम जी के दर्शन करके यूपी के एटा लौट रहे थे। मरने वालों में ज्यादातर एक ही परिवार के लोग हैं।